धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया जिला में शहरी क्षेत्र में पेयजल की कोई कठिनाई नहीं हो आज सोमवार को ज़िला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में बैठक की गई है। गया जिले में पिछले वर्ष 2018 एवं 2019 में भीषण गर्मी में गया शहर के विभिन्न वार्डों में पेयजल का संकट उत्पन्न हुई थी। ऐसी स्थिति में इस वर्ष गर्मी के दिनों में स्थानीय शहरी क्षेत्र में जहां पर पेयजल की समस्या है।वहां जल परिषद नगर निगम गया वे अपने स्तर के कर्मियों से स्थलीय निरीक्षण कर पेयजल संकट के समाधान हेतु जो कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।इसपर कार्यपालक अभियंता बुडको ने बताया कि वर्तमान समय में 30 हजार घरों में गंगा जल आपूर्ति दिया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि अधिक से अधिक हाउसहोल्ड को गंगा जल आपूर्ति से दिया जाना सुनिश्चित करें। जिला पदाधिकारी ने आगे सख्त निर्देश दिया कि होली के पहले 7 मार्च तक जितने भी गलियों में पाइप लाइन बिछाने हेतु गलियां काटी गई हैं।उसे सात के पहले मरम्मत करवाये और जहाँ भी लीकेज है उसे दुरुस्त करवाये। आगे कहा कि वार्ड संख्या 6, वार्ड संख्या 10, वार्ड संख्या 9 एवं वार्ड संख्या 34 पूरी तरह ड्राई जोन एरिया है।इन वार्डों में विशेष नजर रखा जाना अपेक्षित है।जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता बुडको को निर्देश दिया कि जिस क्षेत्र से पानी लीकेज की सूचना मिलती है ।वहां उसी दिन लीकेज को ठीक करवाएं। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सिंगरा स्थान में लगे वाटर हेड टैंक से पानी ओवरफ्लो की सूचना लगातार मिल रही है। पानी बर्बाद ना हो इसके लिए पंप ऑपरेटर से सुनिश्चित करवाये कि ओवरफ्लो की स्थिति में तुरंत मोटर को बंद करवाना सुनिश्चित करें। सिंगरा स्थान के कुल सभी 9 वार्डों में कल से गंगाजल पानी आपूर्ति रहेगी। इसपर में निर्देश दिया कि गर्मी के मौसम में पूरे सुचारू ढंग से पानी सप्लाई करवाएं।बुढ़वा महादेवस्थान, जोड़ा मस्जिद एवं आजाद पार्क में बने ओवरहेड टैंक को गंगाजल योजना के पाइप लाइन से जोड़ने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 28 फरवरी से इन क्षेत्रों में भी निर्बाध रूप से गंगा पानी घर-घर आपूर्ति सुचारू की जाएगी।
ब्रहमयोनि पहाड़ स्थित बने नए ओवरहेड वॉटर टैंक से पानी ट्रायल कार्य करवाना सुनिश्चित करे। जिससे होली के पहले उस टैंक से जुड़े लोगों को घर-घर पानी मिल सके।
मुरली हिल क्षेत्र में पानी का कनेक्शन देने में तेजी लाएं ताकि एक सप्ताह के अंदर उस क्षेत्र में भी निर्बाध रूप से पानी आपूर्ति किया जा सके। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता वुडको को निर्देश दिया कि वैसे टोले या बसावट जो घर घर कनेक्शन से वंचित है। वैसे क्षेत्रों को पूरी बारीकी से जनप्रतिनिधियों से संपर्क करके उन क्षेत्रों में भी गंगाजल पानी आने हेतु पाइप लाइन कनेक्शन देना सुनिश्चित करें। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया कि जिले के शहरी क्षेत्र एवं प्रखंड वार प्रत्येक 15 दिन पर भूगर्भ जल स्तर को मेज़रमेंट करवाना सुनिश्चित करें और पिछले वर्षों से इस वर्ष भूगर्भ जल स्तर का तुलनात्मक प्रतिवेदन उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें जिससे अनुमान लगाया जा सके कि इस समय में भूगर्भ जल स्तर पिछले वर्षो की अपेक्षा में किस स्थिति में है। जिससे अनुमान लगाया जा सके कि वर्तमान समय में भूगर्भ जल स्तर पिछले वर्षों के अपेक्षा में किस स्थिति में है। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि अभी के समय में 54 टैंकर उपलब्ध है जिसमें पांच टैंकर नगर निगम को हस्तांतरित किया गया है। नगर आयुक्त ने बताया कि वर्तमान समय में नगर निगम के कुल 40 जगहों पर टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त नगर निगम को निर्देश दिया कि पानी की समस्या हेतु नगर निगम में एक कंट्रोल रूम की स्थापना करें जिससे शहरी क्षेत्र के पेयजल की समस्या की शिकायत आने पर उसे तुरंत समाधान करवाया जा सके। इस बैठक में महापौर, उपमहापौर, नगर आयुक्त गया नगर निगम, कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग, कार्यपालक अभियंता गंगाजल, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, जल पर्षद के अभियंतागण सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
Leave a Reply