प्रशांत किशोर के जन सुराज पदयात्रा के 54वें दिन की शुरुआत पूर्वी चंपारण जिले के गायघाट पंचायत के स्थित जन सुराज पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद प्रशांत किशोर ने मीडिया को संबोधित किया। आज पदयात्रा हरसिद्धि प्रखंड के गायघाट स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से शुरू होकर बरहरवा, बेहरुपिया, जयसिंह मौजे, जयसिंहपुर, खेरवा, बैचू टोला जयसिंहपुर, चैनपुर, तुरकौलिया, बेलगौती, महानवा, नरियारवा, गीधा, बधेया, भार्गवन ,सुगन्व गांव से होकर रात्रि विश्राम के लिए सुगौली के फुलवारिया पंचायत स्थित आदर्श हाई स्कूल में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची।
मीडिया से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले 30 सालों से हम छोटे भाई (नीतीश कुमार) और बड़े भाई (लालू यादव) की सरकार देखते रहे हैं। दोनों भाई एक दूसरे के पूरक हैं, इसके साथ ही दोनों ने यह धारणा बना दी है कि बिहार इससे बेहतर नहीं हो सकता है।
तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए प्रशांत बोले कि चाचा-भतीजा में भतीजे की व्यक्तिगत पहचान केवल इतनी है की वे लालू यादव के बेटे हैं। तेजस्वी यादव ने शिक्षा ,खेलकूद या अन्य कोई सामाजिक कार्य या किसी भी क्षेत्र में ऐसा कोई काम नहीं किया जिसका संज्ञान लिया जाए। जिस जंगलराज को खत्म करने के नाम पर नीतीश कुमार यहां काम कर रहे हैं उसी को फिर पीछे के दरवाजे से घुसाने की कोशिश कर रहे हैं।
जन सुराज पदयात्रा की रूपरेखा पर विस्तार से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज के दूसरे चरण के तहत अगर लोगों की सहमति हुई तो मिलकर दल बनाएंगे। लेकिन हमने हमेशा स्पष्ट किया है कि अगर दल बनाएंगे भी तो दल किसी एक व्यक्ति, परिवार, किसी जाति विशेष का न होकर बल्कि सभी लोगों का होगा। जो लोग भी संस्थापक सदस्यों के रूप में अपनी भूमिका निभा रहें हैं यह दल उन सभी लोगों का होगा। जन सुराज पदयात्रा के विचार को साझा करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रत्येक प्रखंड में ‘जन सुराज नागरिक सहायता केंद्र’ की शुरुआत की जाएगी। इसके बाद उन्होंने कहा कि जन सुराज अभियान से जुड़े सदस्य समाज की मदद कर सके, इसके लिए इन केंद्रों की शुरुआत की जा रही है। यह पूरी प्रक्रिया होने में 1- 2 माह का वक्त लगेगा। जिस प्रक्रिया के पश्चिमी चंपारण के जिला अधिवेशन संपन्न हुआ था उसी तर्ज पर आगामी दिनों में पूर्वी चंपारण में भी जिला अधिवेशन होगा।
आगे उन्होंने बताया कि पूर्वी चंपारण में भी जन सुराज पदयात्रा अलग-अलग प्रखंडों और पंचायतों से गुजरते हुए लगभग एक महीने चलेगी। इस दौरान सभी पंचायतों की समस्याओं का संकलन करेंगे और उसके समाधान के साथ पंचायत आधारित विकास का ब्लूप्रिंट भी जारी करेंगे। हमारा प्रयास है कि समाज को मथ कर सही लोगों को समाज के बीच से लाकर एक मंच पर खड़ा किया जाए।
प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर राजनीतिक परिस्थितियां बदली तो नीतीश कुमार को बदलने में देर नहीं लगेगी। साल 2015 में नीतीश कुमार ने सदन में कहा था – मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा, लेकिन भाजपा में नहीं जाऊंगा और 2 साल बाद वे बिना किसी वजह से भाजपा में चले गए। इसके बाद उन्होंने कहा की 2015-16 में जिस तरह खिड़की अरुण जेटली थे, ठीक उसी तरह राज्यसभा अध्यक्ष हरिवंश नारायण सिंह के माध्यम से वे भाजपा के संपर्क में है। अगर भविष्य में नीतीश कुमार को जरूरत पड़ी तो उन्हें गठबंधन बनाने और भाजपा में शामिल होने में 1 मिनट भी नहीं लगेगा। इसके साथ प्रशांत ने कहा की नीतीश कुमार की बस एक ही प्राथमिकता है कि मैं मुख्यमंत्री बना रहा हूं, बाकी राज्य में जो चलता है वह चलता रहे अफसरशाही चलती रहे।
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