महिला थाना के द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन।

धीरज गुप्ता की रिपोर्ट।

गया:-  शिक्षा शास्त्र विभाग गया कॉलेज गया एवं महिला थाना गया के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका विषय था महिला सशक्तिकरण मुद्दे और चुनौतियां कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल एसएसपी गया  हरप्रीत कौर, कुलसचिव मगध विश्वविद्यालय बोधगया डाक्टर रवि प्रकाश बबलू प्राचार्य गया कॉलेज गया डॉक्टर दीपक कुमार सुरेश कुमार कार्यकारी निदेशक सेंटर डायरेक्टर गया सुश्री आरती कुमारी, पदाधिकारी महिला हेल्पलाइन गया रवि रंजना थाना अध्यक्ष महिला थाना गया डॉक्टर नीलम महाजन वरीय परामर्शदाता परिवार परामर्श केंद्र गया एवं डॉ धनंजय धीरज विभागाध्यक्ष शिक्षा शास्त्र विभाग ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया शिक्षा शास्त्र विभाग की छात्राओं द्वारा कुल गीत एवं स्वागत गीत की प्रस्तुति की गई प्राचार्य द्वारा आगत अतिथियों का पुष्प कुछ अंगवस्त्रम स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया है।स्वागत भाषण में प्राचार्य डॉ दीपक कुमार ने अतिथियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि महाविद्यालय के लिए यह गौरव के क्षण है और महाविद्यालय में आए दिन इस प्रकार की गतिविधि गतिविधियों का आयोजन विभिन्न विभागों द्वारा किया जा रहा है और आने वाले समय में महाविद्यालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन की भी योजना है इस विषय प्रवेश करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ धनंजय धीरे ने कहा कि भारत में महिलाएं आदि काल से ही सशक्त हैं वर्तमान में भी सशक्त हैं और भविष्य में भी सशक्त रहेंगे आवश्यकता मात्र इस बात की है उन्हें विकास का संपूर्ण अवसर प्रदान किया जाए संगोष्ठी में अपने विचार रखते हुए सुरेश कुमार कार्यकारी निदेशक सेंटर डायरेक्टर गया ने कहा कि साइबर क्राइम और सोशल मीडिया के माध्यम से हो रहे महिला अत्याचारों पर जानकारी साझा करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध को रोकने में पुरुषों की भूमिका अहम है और इसके लिए आवश्यकता इस बात की है कि पुरुषों में भी जागरूकता लाई जाए पुरुषों की सोच में सकारात्मक बदलाव लाने में सोशल मीडिया की भूमिका भी अहम हो सकती है सुश्री आरती कुमारी पदाधिकारी महिला हेल्पलाइन गया ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में यदि छात्र स्वयं को असहज महसूस करें तो उसे तुरंत पुलिस से संपर्क करना चाहिए अपने जीवन की एक घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस की मदद से ही हम लोगों ने अपने आप को सुरक्षित बचा लिया था महिला थाना अध्यक्ष गया रवि रंजना ने कहा कि आत्म सुरक्षा का पाठ प्रत्येक छात्रा को पढ़ाया जाना चाहिए और आपात स्थिति से कोई भी छात्रा या महिला इन उपायों के माध्यम से अपने जीवन को बचा सकती है बतौर विशिष्ट अतिथि कुलसचिव मगध विश्वविद्यालय डॉक्टर रवि प्रकाश बबलू ने कहा कि हमें यह देखने की आवश्यकता है कि महिलाओं के विकास में अवरोध कौन उत्पन्न कर रहा है और उस अवरोध का निराकरण कैसे हो सकता है रामचरितमानस एवं अन्य धार्मिक ग्रंथों का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपनी मूल संस्कृति और सांस्कृतिक अवधारणाओं से जुड़ना होगा तभी हम अपने अंदर महिलाओं के प्रति श्रद्धा और सम्मान विकसित कर सकते हैं बतौर मुख्य अतिथि  हरप्रीत कौर वरीय पुलिस अधीक्षक गया ने कहा कि शिक्षा ही महिलाओं के सशक्तिकरण का माध्यम है विपरीत से विपरीत परिस्थिति में भी किसी भी छात्रा को अपनी पढ़ाई नहीं छोड़नी चाहिए । महिला स्वावलंबन और निर्णय लेने की पहल आज सबसे बड़ी चुनोति है महिला अपराधों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज महिला अपराध के परिभाषा की व्यापकता बढ़ गई है वैसा कोई भी कृत्य जो महिलाओं के सहमति के बगैर हो यह उन्हें असहजता प्रदान करता हो वह सब महिला अपराध के दायरे में आते हैं और इसके लिए विभिन्न धाराओं के तहत कड़ी से कड़ी सजा का भी प्रावधान है छात्राओं से चर्चा करते हुए श्रीमती कौर ने कहा कि आज यह सहज है कि आप से मित्रवत भाव में कोई भी व्यक्ति आप से नजदीकी बढ़ाकर आपकी तस्वीरें खींच लेता है या आपका वीडियो बना लेता है और बाद में आपको लंबे समय तक उसके आधार पर ब्लैकमेल करता है आवश्यकता इस बात की है कि आप सोचे समझे और स्वयं को एक दायरे में परिमार्जित रखें संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कुलपति मगध विश्वविद्यालय बोधगया प्रोफेसर जवाहरलाल ने कहा कि पढ़ाई लिखाई का मतलब सिर्फ किताबों तक सिमट कर ही नहीं रहना है। वास्तव में सशक्तिकरण महिलाओं में जागरूकता के माध्यम से आएगा पठन-पाठन को सिर्फ डिग्री से जोड़कर नहीं देखें बल्कि इसका सही मूल्यांकन ज्ञान के आधार पर होना चाहिए महिलाओं के सामाजिक सशक्तिकरण आर्थिक सशक्तिकरण और सांस्कृतिक सशक्तिकरण पर भी आज बल देने की आवश्यकता है जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं आज अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं चाहे वह कला संस्कृति का क्षेत्र हो चाहे वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी का क्षेत्र हो चाहे वह शिक्षण का क्षेत्र हो चाहे वह खेल प्रतिस्पर्धा ओं का क्षेत्र शिक्षा के माध्यम से महिलाओं में आर्थिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक सशक्तिकरण संभव है। इस अवसर पर  कुलपति  ने महिला सशक्तिकरण इकाई के गठन पर बल देते हुए कहा कि महाविद्यालय द्वारा एक पत्रिका ऐसी भी निकाली जाए जिसमें स्त्री विमर्श पर चर्चा हो शिक्षक छात्र एवं कर्मचारी स्त्री विमर्श पर अपने विचारों को समावेशित करते हुए इस पत्रिका में सामिल हो वेद और पुराण मे भी महिला शाशक्तिकरन की चर्चा है।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर आर एन प्रीयादर्शनी व धन्यवाद ज्ञापन निखत परवीन ने किया।

इस  मौके पर गया कॉलेज गया के उप प्राचार्य डॉ विनोद कुमार सिंह अध्यक्ष शिक्षक संघ डॉ वीरेंद्र कुमार परीक्षा नियंत्रक डॉ उपेंद्र कुमार विभाग अध्यक्ष हिंदी विभाग डॉ आनंद कुमार डॉक्टर ब्रजभूषण प्रसाद पाली विभाग डॉ मनोज श्रीवास्तव संकाय अध्यक्ष विज्ञान संकाय मगध विश्वविद्यालय बोधगया डाक्टर दिलीप केशरी अद्यक्ष जंतु विज्ञान विभाग बरसर डॉक्टर आदर्श कुमार गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं शिक्षक तथा शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के सचिव संतोष कुमार सिंह उपाध्यक्ष निरंजन प्रसाद के साथ साथ सभी शिक्षकेतर कर्मचारी एवं विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राएं शामिल थे।

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