विनोद शर्मा की रिपोर्ट।
छौड़ाही (बेगूसराय) : गरीब, असहाय व्यक्तियों के इलाज एवं रहन-सहन हेतु सरकार द्वारा कई तरह की व्यवस्था की गई है। अत्याधुनिक अस्पताल सैकड़ों तरह की दवाई मुफ्त में देन बात कही जा रही है। परंतु, छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र के नारायणपीपड़ पंचायत का एक युवक कैंसर से पीड़ित हो दाने दाने को मोहताज हो गया।
इलाज के अभाव एवं परिवार का गुजारा नहीं कर पाने से निराश युवक ने आखिरकार रविवार को अपने घर में फंदे पर लटककर जान दे व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी।
इस संदर्भ में मृतक नारायणपीपड़ पंचायत के वार्ड संख्या 12 निवासी राजीव सहनी उम्र लगभग 25 वर्ष के स्वजनों का कहना है कि वह पहले बाहर रहकर मजदूरी करता था ।जिससे पत्नी एवं तीन छोटे-छोटे बच्चे का भरण पोषण हो रहा था। दो वर्ष पहले राजीव को जीभ का कैंसर हो गया। पटना दिल्ली तक इलाज कराया। अत्यंत गरीबी एवं महंगी दवाइयां खरीद नहीं पाने के कारण ठीक से इलाज नहीं करा सका। जिस कारण उसका जीभ सर गया। एक वर्ष पहले भी इलाज नहीं हो पाने के कारण उसने खुदकुशी का प्रयास किया था। जिसमें सफल नहीं हो पाया था। रविवार की सुबह युवक ने पत्नी बच्चे को घर से बाहर कर दिया एवं घर के छत पर फंदा डाल गले में लगा गैस सिलेंडर पर चढ़ कूद गया ।जिस कारण गले में फंदा कस जाने के कारण मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलती ही पत्नी बच्चे पति का शव देख दहाड़ मार कर रोने लगे।महिला का कहना था कि गरीबी के कारण परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे थे। बीमारी भी अंतिम स्टेज में आ गया था। जिसे वह सहन नहीं कर पाए और मौत को गले लगा लिया। स्वजनों का कहना था कि स्थानीय प्रशासन ने अभी तक कोई मदद नहीं की है। हम लोग इतने गरीब हैं कि गांव वालों चंदा कर दाह संस्कार की व्यवस्था कर रहे हैं।
दूसरी तरफ घटना की सूचना पर छौड़ाही ओपी अध्यक्ष राघवेंद्र कुमार घटनास्थल पहुंच मामले की जांच की।
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