बिहार के समस्तीपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भीषण जलजमाव बाढ़ के पानी से 3 महीनों से लोग त्रस्त है लेकिन अधिकारी और जनप्रतिनिधि को जनता की समस्याओ के समाधान के लिए वक्त ही नही है जिले के सबसे ज्यादा आर्थिक शारीरिक और जान माल की छती अगर कही हुआ है तो चकमेहसी थाना क्षेत्र में ही हुआ है बांध से लेकर गांव जाने वाली मुख्य सड़क पर हर साल की तरह इस बार भी रास्ता के ऊपर नाव चलने लगती है लेकिन स्थाई समाधान के लिए आज तक किसी ने कोई पहल नही की अगर अधिमारी और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि धयान दिए होते तो दर्जनों लोग काल के गाल में नही समाते।
चकमेहसी थाना क्षेत्र के नामापुर पंचायत के नामापुर खेड़ी गांव के वार्ड 11,12,13 में बागमती वाटर वेज बांध के सोरमार ढाला के समीप सुलीईस गेट के रिसाव एवं चक्रवाती तूफान के बाद अधिक बारिश से जलजमाव होने से लोगों के खेतों में जलजमाव से परेशान होकर गंगौरा से चकमेहसी जाने वाली सड़क के चकमेहसी ग्रामीण बैंक के निकट 6 घंटे तक सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।ग्रामीण स्थानीय प्रशासन को बुलाने की मांग को लेकर डटे रहे। वही जाम कर रहे लोगो का कहना था की नामापुर पंचायत को बाढ़ ग्रस्त घोषित किया गया है।जिसमें 11, 12, 13 वार्ड के लोगों को बाढ़ ग्रसित परिवार के सूची में नाम नहीं रहने से लोग आक्रोश पूर्ण दिख रहे थे। वही कुछ स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि बिचौलियों के द्वारा इन वार्डो के लोगो का नाम बाढ़ राहत सूची से वंचित रखा गया है ।सूचना पर जाम स्थल पर पहुंचे प्रभारी सीओ अश्वनी कुमार, चकमेहसी प्रभारी थाना अध्यक्ष मोहम्मद शाहवाज आलम, एसआई आशुतोष शर्मा दल बल के साथ पहुंच कर जलजमाव स्थल का निरीक्षण किया ।प्रभारी सीओ अश्विनी कुमार ने निरीक्षण करने के बाद 2 दिन का समय लोगों को दिया है की जांच कर सूची में नाम जोड़ने के लिए रिपोर्ट डीएम को सुपुर्द करने की बात कही है। वही जाम स्थल पर आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि रवि फसल, तिलहन फसल एवं सभी फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। अब तक सिर्फ जांच का ही आश्वासन दी गई है। वहीं बाद में प्रभारी थाना अध्यक्ष के पहल पर 6 घंटे जाम के बाद लोगो ने जाम को हटाया।वही जाम स्थल पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के नही आने से ग्रामीण आक्रोशित थे।बाद में स्थानीय मुखिया का आक्रोशित ग्रामीणों ने पुतला भी दहन किया।प्रभारी सीओ अश्विन कुमार ने जलजमाव से परेशान तीनों वार्ड का स्थल निरीक्षण किया।उन्होंने बताया की यह की स्थिति की रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी।उसके बाद उनके आदेश पर आवश्यक कारवाई की जाएगी।
आचार संहिता लगा हुआ है उसके बाद भी सड़क जाम कर स्थानीय ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे थे ।
आक्रोशित लोगो ने अजीज होकर सड़क पर उतर आए हैं लोगों का बताना है कि अगर हमारी समस्या का समाधान नहीं होती है तो हम प्रखंड कार्यालय तो घेराव करेंगे वहां नहीं बात समझा जाए तो हम कलेक्ट्रेट के पास आंदोलन करेंगे।
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