बेलदौर पंचायत के नगर पंचायत का दर्जा मिलने से पंचायत चुनाव का असर बेलदौर बाजार में नहीं दिख रहा है। पंचायत चुनाव का असर नहीं दिखने के कारण बेलदौर पंचायत के जनप्रतिनिधियों के मुंह पर लाले पड़ रहा है। वही बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के 15 पंचायतों में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। वही वर्तमान जनप्रतिनिधि घर घर जाकर 5 वर्षों के दौरान किए गए विकास का आशीर्वाद मांग रहे हैं। वही भाभी जनप्रतिनिधि पंचायत को अपराध मुक्त एवं सोच मुक्त पंचायत बनाने का वादा कर आशीर्वाद मांग रहे हैं। वहीं पंचायत को सर्वांगीण विकास पर जोर देने का वादा कर रहे हैं। वही पंचायत वासियों को रोजगार दिलाऊंगा, पंचायत में समुचित शिक्षा एवं स्वास्थ्य की व्यवस्था दिलाऊंगा, पंचायत को कूड़ा करकट से दूर करूंगा, पर्यावरण प्रदूषण पर रोक लगेगा। लेकिन जब वर्तमान जो जीते हुए प्रत्याशी जब ग्रामीण के बीच जाते हैं तो उन्हें गाली गलौज सुनना पड़ता है और ग्रामीणों का कहना होता है कि हो मुखिया जी तू 5 साल तक हमारे वार्ड में घूमने तक नहीं आए, अभी चुनाव है तो जनता के बीच जा जाकर पैर पकड़ते हैं।
ग्रामीण मुखिया को सीधे एक ही स्वर में कहते हैं कि जब आप कुर्सी पर बैठे हुए थे तो एक आवास योजना में हम लोगों को नजराना के रूप में 20 हजार रुपया देना पड़ता था। ग्रामीण विभिन्न विभिन्न बातों से प्रतिनिधियों के ऊपर जमकर 5 वर्षों का किए हुए कार्य पर भड़ास निकालते हैं।
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