जहां प्रसव होने के बाद रविवार की सुबह करीब 7 बजे नवजात बच्चे की मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर स्थानीय चिकित्साको में आक्रोश व्याप्त है। वही मामले की जानकारी मिलने पर पीएचसी प्रभारी डॉ सुभाष रंजन झा ने उक्त नर्सिंग होम की जांच पड़ताल को दो सदस्य टीम गठित कर उक्त स्थल पर भेज दिया। जहां जांच के दौरान प्रसूता के पास आर्यन नर्सिंग होम के चिकित्सकों के रेफर बाद मा झुनमा में अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए बीते शनिवार को रेफर कर दिया, जहां अल्ट्रासाउंड के जांच रिपोर्ट में घर में ही नवजात की मौत होने की रिपोर्ट दिया गया।
वहीं सूत्रों की माने तो आर्यन नर्सिंग होम में अवैध तरीके से प्रसव कराया गया। ऐसे में बंद नर्सिंग होम में कैसे इलाज का गोरख धंधा चल रहा है। उक्त नर्सिंग होम में कई बच्चे की मौत हो गई, तब पर भी यहां के स्थानीय चिकित्सा पदाधिकारी उक्त नर्सिंग होम पर कार्यवाही नहीं करते हैं। जबकि उक्त अवैध नर्सिंग होम को बंद कराने का मामला जिला लोक शिकायत में चलने की जानकारी तहसील प्रभारी के द्वारा दिया गया है। जबकि प्रीत परिजन नर्सिंग होम संचालक के दबाव में आकर नर्सिंग होम से बाहर रास्ते में प्रसव बाद मृत नवजात बच्चे को जन्म लेने के हवाला दे रहे हैं।
जबकि जांच पड़ताल में डॉक्टरों के द्वारा बीते शनिवार को बेलदौर के मां झूनमा अल्ट्रासाउंड सेंटर में अल्ट्रासाउंड कराने की जानकारी मिली है, जहां 7 माह में प्रसूता का अल्ट्रासाउंड कराने में भ्रूण जांच कराने की आशंका लग रही है। वहीं मामले में अपना पक्ष रखते हुए नर्सिंग होम के संचालक डॉक्टर अजय गुप्ता ने नर्सिंग होम से बाहर बच्चे की मौत होने की बात कह रहे हैं। जबकि उक्त बच्चे की मौत उक्त नर्सिंग होम में हुआ है।
जिसे नर्सिंग होम के संचालकों के द्वारा मोटी रकम देकर मामले को रफा-दफा करने की बात हो रही है। जांच टीम में पहुंचे डॉक्टर विनोद कुमार ने बताया कि जांच पड़ताल में पता चला कि नवजात बच्चे की मौत आर्यन नर्सिंग होम में हुई है। इसकी रिपोर्ट अपने वरीय पदाधिकारी को देंगे, तब उन पर कार्यवाही हो सकती है।
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