दवाईओं के अभाव में कई मरीजों की स्थिति नाजुक नहीं सुन रहा पुलिस प्रशासन। एक-दूसरे पर डाल रहे जिम्मेवारी।

 

बलवंत चौधरी (बेगूसराय)
  (बेगूसराय) : हमारा एक्सीडेंट में पैर टूट गया था। 75 वर्ष का हूं, डायबिटीज ब्लड प्रेशर विगत 30 वर्षों से है। पीएमसीएच के डॉक्टर ने टूटे पैर में स्टील लगा दिया था। 15 दिन से दवा खत्म है प्रखंड के अधिकारी को फोन करते हैं तो वह डीएम का नंबर देते हैं। डीएम को फोन करते हैं तो वह एसडीओ का नंबर देते हैं। लेकिन अभी तक दवा मंगवाने का कोई पहल नहीं की है। अभी स्थिति यह है कि घाव गंभीर हो गया है। पीएमसीएच के डॉक्टर का लिखा यह दवा सिर्फ पटना पीएमसीएच के सामने स्थित दवा दुकान में ही मिलती है। दवा नहीं रहने से दर्द से कई रात से खाया सोया नहीं। प्लीज किसी तरह दवाााईई मंगवा दीजिए। हमें रुपये पैसे की कोई कमी नहीं है।

यह दर्द है छौड़ाही के एक वयक्ति  का। यह स्थिति एक व्यक्ति की नहीं है। ऐजनी के मोहम्मद जमशेद आलम, यहीं के दानिश आलम, छौड़ाही के सुबोध कुमार , शाहपुर के मनीष कुमार आदि दर्जनों मरीज हैं जिनकी ब्रांडेड दवा समस्तीपुर या पटना में हीं मिलती है। सरकारी डॉक्टर द्वारा लिखी गई सभी दवा है। लेकिन पुर्जा देखने के बाद भी पुलिस जवान डंडे से पीटकर घर भेज देते हैं। दानिश कहते हैं कि हमारा भाई पिता जी के दर्द को देखकर तीन बार बाइक से पटना जाना चाहा। लेकिन, उसको बुरी तरह पीटकर पुलिस वालों ने घर भेज दिया। फोन व्हाट्सएप टि्वटर फेसबुक सभी माध्यमों से अधिकारियों तक गुहार लगाई है। लेकिन सभी एक दूसरे का नंबर देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। मदद कोई नहीं कर रहे हैं। इन लोगों ने मांग की है कि प्रखंड स्तर पर एक पदाधिकारी की नियुक्ति कर डॉक्टर के पूजा के आधार पर दवा लाने का आदेश पत्र जारी करने की व्यवस्था करें। अन्यथा कोरोना से नहीं लेकिन दवा के अभाव में दर्जनों लोगों की जान जा सकती है। छौड़ाही के सुखदेव शर्मा गरीब हैं, रीढ़ की हड्डी टूट गई है। कुछ लोग उनकी मदद भी करना चाहते हैं लेकिन दवा लेने के लिए जाना समुद्र पैदल पार करने जैसा है।

मुखिया सिहमा मुखिया पवन साह, सीपीआई अंचल मंत्री गुणेश्वर सहनी , प्रणव कुमार, शाहपुर मुखिया गजेंद्र चौधरी, प्रखंड उप प्रमुख अनुराधा देवी, शिक्षाविद राज नारायण चौधरी आदि बुद्धिजीवियों, जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से त्राहिमाम अपील की है कि आवश्यक दवाई लोगों को लाने के लिए इधर-उधर नहीं घुमा कर सीधे पास निर्गत करने की व्यवस्था करें।
इन लोगों का कहना है कि लॉक डाउन कोरोनावायरस से बचाव के लिए बहुत जरूरी है । आवश्यक दवाई के लिए ज्यादा से ज्यादा 50 आदमी पास बनवाने आएंगे। तो फिर प्रशासन को दिक्कत क्या है। बहुत दवाइयां बेगूसराय रोसड़ा आदि जगहों पर नहीं मिलती है । भारत मेडिकल हॉल समस्तीपुर में सभी दवा मिल जाता है । भारत मेडिकल हॉल जाने आने के लिए कम से कम 10 लोगों को प्रतिदिन प्रखंड कार्यालय से पास निर्गत कराने की अपील जिलाधिकारी से इन लोगों ने की है।

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