बलवंत कुमार चौधरी (बेगूसराय)
(बेगूसराय) : कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को अपने घरों में ही रहने की अपील करते हुए प्रधानमंत्री ने बुधवार से आगामी 21 दिनों तक के लिए लॉक डाउन की घोषणा की है। सामाजिक दूरी बनाकर ही हम कोरोना महामारी से बच सकते हैं। आम लोग भी महामारी को देखते हुए लॉक डाउन का पालन कर घर पर ही रह रहे हैं। वहीं आसपास के लोगों से भी इसका पालन करने की अपील कर रहे हैं।
1 – सुभाष यादव, शिक्षक : आम जन घर से बाहर आ कोरोना संक्रमित न हो इसलिए लॉकडाउन लगाया गया है। यह एक तरह का कर्फ्यू है। खुद को घरों तक सीमित रखना है। बाहर निकलने वाले पर एक्शन हो रहा है। बाहर जाने पर वायरस के प्रभाव से संक्रमित हो सकते हैं जो, खतरनाक है। इसलिए बाहर निकलने से पहले सभी लोग सोच रहे हैं कि जान है तो जहान है।
2- लेख नारायण राम, मालपुर: लॉकडाउन हमारे लिए एक कसौटी है की कोरोना जैसी लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है। यह देखने परखने का प्रयास भी है। कामयाब जनता कर्फ्यू और इसके अनुभव हमें लॉकडाउन से आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार कर रहा है। इस संकट की घड़ी में सावधानी बहुत ही जरूरी है।
3- विनोद कुमार , अध्यक्ष , सुन्दरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर बटहा : कोविड 19 का असर तब ज्यादा होता है जब एक संक्रमित व्यक्ति कई अन्य स्वस्थ लोगों के संपर्क में आता है। इसलिए आज से लॉकडाउन के माध्यम से लोगों का आपसी संपर्क सरकार बंद करना चाह रही है। जिसमें वह सफल भी हुई है। इससे बीमारी फैलाने वाले संक्रमण को रोका जा रहा है। समाज में सजगता बेहद जरूरी है।
4- राज नारायण चौधरी शिक्षाविद् : प्रधानमंत्री के आह्वान पर आयोजित जनता 21 दिन का लॉकडाउन कोरोना वायरस को समाप्त करने में सहायक होगा। वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो कर्फ्यू वायरस चक्र में एक ब्रेक साबित हो सकता है। वायरस को नया इंसानी शरीर नहीं मिलेगा तो वातावरण में मौजूद काफी कोरोना का वायरस खत्म हो जाएगा। ऑफिस , सड़क, घर व दफ्तर के दरवाजे, रेलिंग आदि अपने आप ही स्टेरलाइज हो जाएगा।
5- बमशंकर कुमार : कोरोना जितना फैल चुका है उसके खिलाफ लड़ाई इतनी भी बड़ी हो गई है। अब कोरोना के लिए कर्फ्यू जरूरी था। पीएम मोदी ने 21 दिन का ऐलान कर अच्छा कार्य किया है। जिंदा रहने के लिए यह वक्त की जरूरत है।
Leave a Reply