भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। राज्य सरकार को मजदूरों के पीड़ा को ध्यान में रखकर सभी प्रदेश में फंसे प्रवासी मजदूरों को वापस बुलाने के लिए फ्री ट्रेन चलाना चाहिए। कहा कि प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के आंकड़े को ध्यान में रखकर जांच की संख्या एवं जांच उपकरण को भी बढ़ाने की जरूरत है। प्रवासी मजदूरों के लिए बने क्वारंटाइन सेंटर में मूलभूत सुविधाएं की व्यवस्था की जाय। डॉक्टर नर्सो के लिए पीपीई किट के साथ-साथ कोरोना मरीजों के बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए राज्य में वेंटिलेटर की संख्या को भी बढ़ाने की जरूरत है। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जो बाहर फंसे हुए हैं वह भी बिहार के बेटा-बेटी हैं। दूसरे प्रदेश में उन्हें देखने वाला कोई नहीं है। इसलिए सभी को मंगाने की जरूरत है। कहा कि जब विदेश से लोग आ सकते हैं तो बिहारी अपने घर क्यों नहीं आ सकते हैं। इस दौरान धरणा पर मौजूद पीपुल्स पावर के प्रमंडलीय अध्यक्ष प्रभात यादव, जिला अध्यक्ष लालू कुमार यादव, सोनू कुमार यादव, प्रखंड अध्यक्ष बिकाश बिपलव, बबलू आनंद, बुंदेल पासवान, प्रियांशु कुमार, टुनटुन कुमार सहित दर्जनों सदस्य मौजूद थे।
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