छौड़ाही बाजार निवासी सुखदेव शर्मा। दर्द इतना की सुखदेव कहते हैं दवा नहीं तो जहर ही दिलवा दीजिए अब, दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा है। सुखदेव कहते हैं की प्रखंड कंट्रोल रूम में फोन किए तो कहे डीएम साहब को कहिए। डीएम साहब को फोन किए तो फोन उठा लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। फिर कंट्रोल रूम में कहे तो वहां से स्पष्ट कहा गया कि हम क्या कर सकते हैं।
कहीं भी सुनवाई नहीं होने पर सुखदेव शर्मा ने मुख्यमंत्री महोदय को त्राहिमाम पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि वह कई माह पुुर्व से दुर्घटनाग्रस्त हो बिस्तर पर पड़े हैं। मेरी रीड की हड्डी टूट चुकी है। एम्स दिल्ली की लिखी दवाईयां बेगूसराय या समस्तीपुर शहर के एक एक दुकान में मिलता है। लॉकडाउन के कारण भोजन को भी पैसे नहीं है। कहीं जाने आने में भी असमर्थ हूं। 12 अप्रैल से दवा समाप्त है। भयानक दर्द अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है।दूसरा कोई उपाय भी नहीं है। दवा नहीं मिली तो दर्द से तड़प तड़प कर हमारी मौत हो जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री महोदय से दवा उपलब्ध करवाने की मांग की है।
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