कटिहार से एस के मिश्रा की रिपोर्ट
बिहार के कटिहार का निलंबित शिक्षक तजीमुद्दीन अब सीएम नीतीश कुमार से गाना गाकर लगाया गुहार
* बोरा लेब..अ हो-दस टका बोरा*
के बाद ।
*हमसे क्या भूल हुई जो सजा हमको मिली
गाना गाकर कर रहा है अलाप
* वीडियो किया है वायरल
सिर पर खाली बोरा लेकर घूम घूम कर बोरा बेचने वाला शिक्षक निलंबित-देवबिन्द कुमार सिंह (जिला शिक्षा पदाधिकारी कटिहार)
एक शिक्षक के द्वारा सिर पर खाली बोरा लेकर बोरा बेचने और बोली लगाने का तेजी से वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग आया था हरकत में..शिक्षक मो तमिजुद्दीन को शिक्षा विभाग के अनुशंसा पर पंचायत नियोजन इकाई के पंचायत सचिव के द्वारा किया गया निलंबित..
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि-वायरल वीडियो में शिक्षक का जो कृत है वह शिक्षक पद की गरिमा के है विरुद्ध..शिक्षक आचरण नियमावली के है विरुद्ध.. इससे बच्चे के बाल भाव और मानसिक मनोभाव पर पड़ा विपरीत प्रभाव और कुप्रभाव..
शिक्षक मो तमीजउद्दीन कदवा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय कांताडीह में प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद पर था कार्यरत..
देवेन्द्र सिंह ने कहा कि एक हमारे शिक्षक मोहम्मद तमीजउद्दीन प्राथमिक विद्यालय कांताडीह कदवा प्रखंड के हैं इनके द्वारा एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें यह अपने सिर पर खाली बोरा के बंडल को लेकर और बोली लगा कर बेचते हुए देखे गए..इनकी इस कृत्य को देखते हुए डीपीओ एमडीएम के द्वारा शो कॉज किया गया था उसके बाद पेपर में भी मीडिया में भी खबर आई यह 2021 का आदेश नहीं है ..सरकार का 2014 में ही सारे बीएसएस को जहां पर मध्यान भोजन का संचालन होता है उनको यह कहा गया था कि जो बोरा चावल की खाली बोला है उसको बेचकर और उसकी राशि बीएसएस के खाते में जमा करनी है इसके बाद विभाग का 2016 में आदेश आया और 2021 में आया कि उस राशि का एक प्रतिवेदन विभाग को दिया जाए इनके द्वारा जो यह कृत्य है वह शिक्षक पद की गरिमा के विरुद्ध है शिक्षक आचरण नियमावली जो अभी बनी उसके विरुद्ध है इनके इस कृत से जो हमारे बच्चे के बाल भाव या उनके जो मानसिक मनोभाव है उस पर एक कुप्रभाव या विपरीत प्रभाव पड़ा चुकी उनके टीचर के द्वारा इस तरह से बोली लगाकर बोरा बेचना एक उचित कदम नहीं है नियमानुसार इनका आचरण कोर्ट के अंतर्गत हम लोगों ने इनको सस्पेंशन की कार्रवाई के लिए पंचायत नियोजन इकाई को अनुशंसा किए और पंचायत नियोजन इकाई ने इनको निलंबित करते हुए अनुशासनिक कार्यवाही के अधीन रखा गया है..
नियमानुसार जो विभागीय कार्रवाई है वह संचालित होगी..
एक सरकारी शिक्षक मो तमीजउद्दीन के द्वारा सरकार के आदेश के आलोक में सरकारी राजस्व की राशि को MDM के रोकड़ पंजी में प्रविष्ट करने को लेकर सिर पर खाली बोरा लिये कदवा प्रखंड के गाँव में घूम घूम कर 10 रुपये में बोरा बेचते वीडियो वायरल हुआ था दरअसल सरकारी आदेश के अनुसार सरकारी स्कूलों में दिये गये मध्यान भोजन यानी मिड डे मील के मद में 2014 – 15 और 15 – 16 बीते वर्ष के खाद्दान चावल के खाली बोरा(बेग) की 10 रुपया के दर से सभी प्रधानाध्यापक को राशि को रोकड़ पंजी में जमा करने का निर्देश जारी किया गया है और उसी निर्देश के आलोक में जमा पुराने कटे – फटे – चूहा का कटा बोरा को शिक्षक मो तमीजउद्दीन सर पर उठाकर और हाथ में लिए तख्ती और गले में लटकाये तख्ती को लेकर चिल्ला – चिल्ला कर कदवा प्रखंड क्षेत्र के चौक हाट बाजार में बोरा बेचते नजर आये थे हलाकि इस तरह के बोरा का एक भी खरीददार नहीं मिला था और शिक्षक ने सरकार और शिक्षा मंत्री को शिक्षक को अपना दर्द बताते हुए आदेश को वापस लेने का अपील किया था..
शिक्षा विभाग ने शिक्षक के वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए शिक्षक के ऊपर कार्रवाई करने की अनुशंसा पंचायत नियोजन इकाई को किया और पंचायत नियोजन इकाई के पंचायत सचिव के द्वारा शिक्षक तमीजउद्दीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है..
जिला के शिक्षा पदाधिकारी की माने तो शिक्षक के इस हरकत को शिक्षक पद की गरिमा के विरुद्ध बताया है..शिक्षक आचरण नियमावली के विरुद्ध बताया है और शिक्षक के इस कृत से बच्चे के बाल भाव या उनके मानसिक मनोभाव पर कुप्रभाव और विपरीत प्रभाव पड़ना बताया है..चुकी शिक्षक के द्वारा इस तरह से बोली लगाकर बोरा बेचना एक उचित कदम नहीं है और अनुशासनिक कार्रवाई के तहत पंचायत नियोजन इकाई के द्वारा शिक्षक मो तमीजउद्दीन को निलंबित कर दिया गया है..
वहीं सरकार के सरकारी आदेश पर ..
निलंबित शिक्षक ..
सीएम नीतीश कुमार को आकर्षित करने के लिए पुनः
हमसे का भूल हुई जो सज़ा हमका मिली
अलाप पर कर गुहार लगा रहा है ..
अब देखना ऐसे शिक्षक की आवाज पर ..सरकार क्या कदम उठाती है ..
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