संवाददाता / समस्तीपुर
समस्तीपुर जिला के रोसड़ा शहर और आसपास सैकड़ो अवैध नर्सिंग होम और निजी अस्पताल का संचालन हो रहा है। जबकि नगर परिषद रोसड़ा और आसपास मिलकर कुल सात निजी नर्सिंग होम और हॉस्पिटल जिला स्वास्थ्य विभाग से मानक के अनुरूप से निबंधित हैं। जिसमे आदर्श हॉस्पीटल,शर्मा हॉस्पीटल,हैप्पी हेल्थ केयर,भारती हॉस्पीटल, लोखटिया क्लीनिक, हेल्थ होम ,न्यू एपेक्स मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल शामिल हैं।
अब बात करें अवैध निजी नर्सिंग होम और अस्पताल की तो रोसड़ा नगर परिषद क्षेत्र में लगभग सैकड़ो चल रहा है। जिसमे कोई MBBS या MS या BAMS नहीं बैठते है। सिर्फ नाम का बोर्ड लगा हुआ है। नाम ही नही रोसड़ा नगर परिषद क्षेत्र में अवैध रूप से संचालि निजी अस्पताल के संचालको द्वारा बड़े बड़े बोर्ड लगाया हुआ है। जिसमे बड़े-बड़े डॉक्टरों का नाम लिखे हुए हैं। बात यही नहीं खत्म होता है। एक ही डॉक्टर का शहर के अवैध कई निजी अस्पताल के बोर्ड पर आपको लिखा मिल जायेगा जबकि एक दिन या एक मिनट वो डॉक्टर उस अस्पताल में नही बैठते हैं।
इनको इस काम में आश कार्यकर्ता सरकारी अस्पताल से मरीजों को इन सभी निजी अस्पताल में पंहुचाने का काम करती हैं। अगर ऑपरेशन से प्रसव हुआ तो इसके एवज में उनको एक प्रसव पर 5000 तक का कमीशन मिलता है ऐसी चर्चा है।
जब कि इन सभी निजी अस्पताल में आये दिन मरीजों की मौत होती रहती हैं। जैसे ही घटना घटती हैं तो निजी अस्पताल के दलाल मरीजो के परिजनों से दो से तीन लाख में मामला रफादफा कर मामले को खत्म कर देते हैं। बरहाल ये सब प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोसड़ा के नाक के सामने यह खेल खुलेआम खेला जा रहा है। अब देखना ये है इनलोगों पर कार्रवाई करते हैं या फिर यू ही इन लोगों को लूटने के लिए छोड़ देते हैं।