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रोसड़ा में महावीर हॉस्पिटल होने से सर्पदंश के मरीजों को नही जाना पड़ता है उपचार के लिए रोसड़ा से बाहर।

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दरसल बरसात के मौसम आते ही सर्पदंश की मामला काफी बढ़ जाता है।दूर देहात क्षेत्र की बात करे तो समय से अगर उपचार नही हुआ तो कई को अपना जान तक गवाना पड़ जाता है।पहले सर्पदंश का इलाज रोसड़ा क्षेत्र में नही था जिस कारण लोंगो का उपचार नहीं हो पाता था। आज रोसड़ा शहर में इकलौता महावीर हॉस्पिटल हैं जहाँ सर्पदंश विषपान का सफल उपचार किया जाता है । 

महावीर हॉस्पिटल के डॉक्टर बी० कुमार कहते हैं। रोसड़ा में जब से हॉस्पिटल सुचारु रूप से चालू हुआ है। तब से आज तक अब लोगों को सर्पदंश हो या विषपान का उपचार के लिए कही इधर उधर भटकना नही पड़ता है। आये दिन सर्पदंश के मरीज हॉस्पिटल आते है जब कि 99% विष शरीर में फैल जाता है। बचे 1% में ही पूरी टीम सेवा करके मरीज को रिकभर करते हैं आज सबसे अधिक रिकभर कर देने वाले में महावीर हॉस्पिटल हैं।

रोसड़ा शहर का शान है तुरंत उपचार का समुचित व्यवस्था है। हास्पिटल में 6 आईसीय बेड , जर्नल वार्ड ,भेटीलेटर ,पल्स ऑक्सीमीटर, कार्डियक मॉनीटर,शक्सन,ऑक्सीजन,इत्यादी विदेशी मशीन के द्वारा गंभीर से गभीर सर्पदंश सफल उपचार किया जाता है। इस मौके हॉस्पिटल कर्मी सुमन कुमार, अविनाश कुमार, श्याम कुमार, राजीव कुमार, राहुल कुमार ,शंकर कुमार ,कामिनी कुमारी, रूपा कुमारी, रेणुका कुमारी ,हेमा भारती ,रेणु कुमारी
विजय कुमार मौजूद थे।

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