विडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा बिहार सरकार विकास आयुक्त व जिलाधिकारी ,रिवरफ्रंट के तहत किये जाने वाले कार्यों के वर्क प्लान की स्थिति के बारे में बिंदुवार जानकारी लिया

धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया विकास आयुक्त बिहार विवेक कुमार सिंह द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधान सचिव पर्यटन विभाग, जल संसाधन के मुख्य अभियंता एवं गया से ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम, नगर आयुक्त सहित अन्य लाइन डिपार्टमेंट के अधिकारियों के साथ रिवरफ्रंट के तहत किये जाने वाले कार्यों के वर्क प्लान की स्थिति के बारे में बिंदुवार जानकारी लिया, ताकि तेजी से डीपीआर फाइनल कराया जा सके। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के पश्चात ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि मानपुर बाईपास स्थित ओवरब्रिज के समीप से प्रस्तावित रिवरफ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तरह यात्रियों को बाईपास पुल के समीप से ही सीधे फल्गु के तट पर मंदिर के समीप पहुंचाया जाएगा, इसके लिए नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता राजस्व, जल संसाधन के अभियंता, बुडको के अभियंता अपने स्तर से किये जाने वाले कार्यो का अच्छा से घूम कर आकलन करते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध करावे।

जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता बुडको को निर्देश दिया कि केंदुई, दंडीबाग के क्षेत्र तथा मानपुर पुल के दक्षिणी छोर से बह रहे नाला का पानी, जो फल्गु के किनारे गिर रहा है।उसे पूरी अच्छी तरीके से चिन्हित करने का निर्देश दिए हैं इसके साथ ही कहा कितने घरों से नाला का पानी आ रहा है और किन-किन स्थानों से आ रहा है, इसका पूरी अच्छी तरीके से सर्वे कराएं। उन्होंने निर्देश दिया कि जिस तरह से मनसरवा नाला के माध्यम से नाली का पानी को डायवर्ट किया गया है। उसी प्रकार दक्षिणी छोर के नालों को भी मनसरवा के साथ जोड़ने हेतु एक अच्छे तरीके से प्रस्ताव बनाये। ताकि उस नाला के पानी को रोकते हुए मनसरवा में जोड़ा जा सके। मनसरवा नाले के ऊपर भी रोड निर्माण का प्रस्ताव है। रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट बनने के पश्चात पार्किंग एरिया में पर्याप्त पीने के पानी की व्यवस्था टॉयलेट सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं रखा जाएगा। नगर निगम के कुछ सरकारी स्ट्रक्चर हैं उसे आशीष से ही चिन्हित कर लेने एवं माफी करवा देने का निर्देश दिए हैं । बाईपास पूल के दाएं एवं बाएं छोर से निकलकर सीधे मंदिर तक जाने हेतु रास्ता बनाने का प्रस्ताव है। डीएम ने अपर समाहर्ता गया को निर्देश दिया कि पूरे जमीन का मापी करवाये। पूल से सटे हुए नदी के नीचे नीचे भूखंड का अच्छे तरीके से मापी कराएं कि कितना सरकारी जमीन कितना निगम का जमीन एवं कितना प्राइवेट जमीन है इसके साथ ही कितना और कौन से प्रकार का स्ट्रक्चर है। पूरी अच्छी तरीके से एलाइनमेंट तैयार करने को कहा गया है। 

अमीन को लगाकर खाता खेसरा रखवा निकालें ताकि जमीन का पूरा विवरण से अवगत होते हुए आगे का कार्य किया जा सके।वाहन पार्किंग के लिए तीन स्थान चिन्हित किया गया है। पुल निर्माण विभाग के ऑफिस के समीप कार्यालय एवं खाली पड़े बड़े भूखंड, सीता कुंड के समीप भूखंड एवं मंदिर के समीप जो पूर्व में पार्किंग में प्रयोग में आने वाले जमीन शामिल है। इस सभी तीन स्थानों पर पार्किंग का निर्माण कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक वाहनों को पड़ाव हो सके। उन्होंने कहा कि कुछ नगर निगम के पूर्व के स्ट्रक्चर भी बीच मे पड़ेगा इसे नापी करवाने के बाद डिमोलिश किया

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