समस्तीपुर: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि पदयात्रा के दौरान मेरे पास लोगों के सुझाव आए हैं कि पूरी पदयात्रा खत्म करने में 2 से 3 साल का समय लगेगा। तो कम से कम जिन जिलों में पदयात्रा खत्म हो चुकी है और संगठन बन गया है, उन जिलों में जन सुराज को राजनीतिक रूप दिया जाए। हम सबके बीच चर्चा हो रही है और यह संभव है कि अगले 2 से 3 महीने में जिन जिले में पदयात्रा समाप्त हो चुकी है और जहां संगठन बन गया है और जहां लोग जन सुराज से जुड़ गए हैं, वहां पर लोग मिलकर यह निर्णय ले सकते हैं कि लोग चुनाव लड़ेंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज में चुनाव लड़ने के दो तरीके हो सकते हैं पहला, कोई निर्दलीय चुनाव लड़े जिसकी मदद पूरी जन सुराज के लोग करेंगे दूसरा, जन सुराज पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा जाए। अब इसका रूप क्या होगा ये अक्टूबर के आसपास निर्णय होने की संभावना मैं देखता हूं।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने बुधवार को विभूतिपुर और रोसड़ा प्रखंड के पांच गांवों में पदयात्रा की। इस दौरान कुल 8.5 किलोमीटर पैदल चलते करके गांव-गांव घूमे। वह नरहन, बोरिया, मोहनपुर, महथी उत्तर, थतिया, चकथात पश्चिम गांव में जाकर लोगों को वोट की ताकत का एहसास दिलाया। प्रशांत किशोर बीते 250 दिनों से पदयात्रा कर रहे हैं।