धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया पूर्व सांसद पप्पू यादव की जनाधिकार पार्टी आज रेल रोको अभियान पर है.इस अभियान को सफल बनाने के लिए पटना में पप्पू यादव खुद रेलवे ट्रैक पर उतर कर ट्रेन को रोक रहे हैं.वहीं उनकी प्रार्टी के नेता और कर्यकर्ता अलग अलग जिलों में रेलवे को रोकने को कोशिश कर रहें हैं.जाप का यह रेल रोको आन्दोलन बिहार में हो रही शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल नीति को लागू करने और मणिपुर हिंसा के खिलाफ बुलाई गई है।जाप पार्टी के नेताओं ने गया में भी रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया गया है।जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव राजीव कुमार कन्हैया और जिलाध्यक्ष भवानी सिंह के नेतृत्व में जाप कार्यकर्ताओं ने गया रेलवे स्टेशन पर रेल चक्का जाम किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गया-पटना मेमू ट्रेन को रोक दिया और रेल ट्रैक पर बैठकर घंटों नारेबाजी की,इसी क्रम में गया रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर छ पर ट्रेन को रोककर हंगामा किया गया है।
जन अधिकार पार्टी के नेताओं ने कहा कि आज पूरे बिहार में जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव के नेतृत्व में मणिपुर में हुए घटना और शिक्षकों का डोमिसाइल नीति को लेकर आज ट्रेन को रोककर रेल चक्का जाम किया जा रहा है।इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता राजीव कुमार कन्हैया ने कहा कि नेता पप्पू यादव के आह्वान पर पूरे बिहार में रेल चक्का जाम किया जा रहा है। शिक्षक नियुक्ति में सरकार डोमिसाइल नीति लागू करें. शिक्षकों के साथ भेदभाव करना बंद करें. शिक्षक कर्मियों को राज्य का दर्जा दिया जाए. इसके अलावा मणिपुर की घटना को लेकर वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए. इन तमाम बातों को लेकर रेल चक्का जाम किया जा रहा है।मणिपुर की घटना निंदनीय है।इसकी जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है. मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटा गया और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। महिलाओं के खिलाफ इस तरह की शर्मनाक हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।जाप कार्यकर्ता इस घटना का पूरी तरह से विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इस मौके पर जाप नेता मुकेश नारायण, संतोष कुमार, ओम यादव, सुमित कुमार, नीरज यादव सहित कई लोग मौजूद थे।आगे ओम यादव ने कहा कि हम मांग करते हैं कि मणिपुर में वहां के मुख्यमंत्री को बर्खास्त किया जाए। इसके साथ ही जो भी आरोपी है उसे कड़ी से कड़ी सजा दिया जाए। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस मामले में कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं। अगर जल्द ही इस पर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो आगे हम लोग सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन करेंगे।
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