कोमल की रिपोर्ट
समस्तीपुर: महाराष्ट्र में कई दिनों से चल राजनीतिक हालात पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया। प्रशांत किशोर ने कहा कि विधायकों के एक दल से दूसरे दल में जाने का पार्टी समर्थकों पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़ेगा। एनसीपी के कुछ नेता अगर पार्टी को छोड़ दें, तो ऐसा नहीं है कि उनके समर्थक भी पार्टी को छोड़ देंगे। ये मेरा मानना है।
समस्तीपुर के पटोरी ब्लॉक में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि हर राज्य की राजनीतिक स्थिति अलग है। बिहार के संदर्भ में जब महागठबंधन बना था, तो इसका राष्ट्रीय राजनीति पर कोई सीधा प्रभाव पड़े ये जरूरी नहीं। महाराष्ट्र में जो हुआ वो वहां की स्पेसेफिक (विशेष) घटना है। ये सही है या गलत, इस पर महाराष्ट्र के लोगों को निर्णय लेना है।
बता दें कि महाराष्ट्र में एनसीपी यानी अपनी ही पार्टी से अलग होकर वरिष्ठ नेता अजीत पवार ने मौजूदा प्रदेश सरकार के साथ मिलकर डिप्टी सीएम की कुर्सी संभाली है। उनके साथ पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। अभी एनसीपी पार्टी पर कब्जा को लेकर पार्टी प्रमुख शरद पवार और अजीत पवार एक-दूसरे पर कार्रवाई व बयानबाजी कर रहे हैं।
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