जिलाधिकारी आज विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया गया।
Nisha Singh
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट।
गया विश्व प्रसिद्ध बिहार का महान पर्व श्रद्धा, भक्ति एवं आस्था का महापर्व छठ पर्व के अवसर पर छठ व्रतियों को अपेक्षित सुविधा प्रदान करने के लिए जिलाधिकारी गया डॉ त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर के द्वारा संयुक्त रूप से गया जिला के महत्वपूर्ण छठ घाटों का निरीक्षण किया गया है।
सबसे पहले सूर्यकुंड तालाब का निरीक्षण किया गया है। गया नगर निगम को मजबूती से बेरीकेटिंग करने एवं तालाब के चारों ओर जमी काई को हटवाने का निर्देश दिया गया है इसके साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने को भी कहा गया है। सूर्यकुंड के चारों तरफ पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था कराएं एवं चेंजिंग रूम अस्थाई, पी ए सिस्टम, सीसीटीवी अधिष्ठापन कंट्रोल रूम का निर्माण कराने सहित अन्य आवश्यक निर्देश दिए हैं। आश्वस्त कराया कि किसी भी हाल में कोई भी छठ व्रती वेरीकेटिंग के बाहर पूजा ना करें, यह ध्यान दें। सूर्यकुंड घाट के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि वर्तमान में सूर्य कुंड में लगभग 27 फीट गहरा पानी है। जिलाधिकारी ने सूर्य कुंड पानी एवं सूर्य कुंड से निकलने वाले विभिन्न रास्तों के बारे में विस्तार से जानकारी लिया गया है।इस पर निर्देश दिया कि एंट्री एवं एग्जिट रास्ता सेपरेट रखें। प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा शाखा को निर्देश दिया कि नाव सहित एसडीआरएफ की टीम सूर्यकुंड में उपलब्ध करवाना सुनिश्चित रखें। जिला आपदा पदाधिकारी ने बताया कि देवघाट, सीताकुंड तथा सूर्य कुंड में नाव सहित एसडीआरएफ की टीम मौजूद रहेगी। सूर्य कुंड घाट में आने वाले सभी रास्तों को चलंत बनाएं यदि कहीं भी रास्ता खराब है तो उसे तुरंत स्मूथ बनाएं। सभी रास्तों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रखें इसके साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष ध्यान दें अभी से ही रूट लाइन तैयार कर ले। स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि संध्या अर्ग के समय सबसे ज्यादा भीड़ सूर्य कुंड में ही होता है। इसे देखते हुए जिला पदाधिकारी ने सभी व्यापक व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने का निर्देश दिया गया है। साफ तौर पर कहा कि बिजली के जर्जर तार या लटकी हुई तारों को तुरंत ठीक करावे।
विष्णुपद देव घाट का निरीक्षण किया गया है। इस निरीक्षण के दौरान गयाजी डैम के निर्माण होने से फल्गु नदी में काफी अधिक पानी एकत्रित है इसे देखते हुए कहा कि स्टील ब्रिज से सीताकुंड जाने वाले पैदल पाथवे को छठ पर्व के दौरान पूर्णता बंद रखें। इसके साथ ही नदी के दोनों तरफ मजबूती से बेरीकटिंग करवाने का निर्देश दिए गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि वेरी कटिंग के ऊपर लाल रंग का झंडा का भी लगावे जिससे त लोगों को महसूस हो सकेगी बैरीकटिंग के बाद गहरा पानी है। यह भी निर्देश दिया कि पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, कंट्रोल रूम, चेंजिंग रूम, सीसीटीवी कैमरा सहित अन्य व्यवस्थाएं सभी घाटों पर रखें। नगर आयुक्त गया नगर निगम को निर्देश दिया कि नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत जितने भी छठ घाट हैं सभी छठ घाटों में साफ सफाई की मुकम्मल व्यवस्था रखें। केंदुई घाट का निरीक्षण किया गया। उपस्थित छठ पूजा समिति के सदस्यों को जिलाधिकारी ने कहा कि केंदुई घाट पर काफी भारी संख्या में लोग उपस्थित होते हैं। उन्होंने छठ पूजा समिति केंदुई को कहा कि श्रमदान करके केंदुई घाट को साफ कराएं। उन्होंने वाहन पड़ाव के लिए उगे हुए झाड़ियों को साफ कराने का निर्देश दिया है। उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि दूर-दूर से आने वाले छठ व्रती इसी घाट पर भगवान सूर्य का अर्घ्य देते हैं। इस घाट पर भीड़ अधिक होने के कारण चार-पांच अलग अलग सब घाट (sub ghat) केंदुई घाट में बनाया जाए जिससे भीड़ नियंत्रित हो सके। उन्होंने वरीय उप समाहर्त्ता, जिला नजारात को निर्देश दिया कि केंदुई घाट काफी बड़ा घाट है इसलिए इस घाट पर माइकिंग सिस्टम दुरुस्त रहनी चाहिए। इसके साथ ही जगह-जगह पर चेंजिंग रूम बनवाना सुनिश्चित करें। जगह जगह सीसीटीवी लगवाए। केंदुइ घाट आने के सभी रास्तो को स्मूथ, चलंत, समतल बनवाये। इसके साथ कि रौशनी की पूरी व्यवस्था रखे।
जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि जेसीबी मशीन से केंदुई घाट जाने के रास्ते को स्लोपिंग बनवाएं एवं चौड़ीकरण कराएं।
पिता महेश्वर छठ घाट का निरीक्षण किया गया इस घाट पर निर्देश दिया कि छठ व्रतियों के जन सैलाब को पिता महेश्वर घाट आने में कोई समस्या ना हो इसे देखा डिवाइडर लगाते हुए आने एवं जाने वाले छठ व्रतियों का रास्ता को सेपरेट रखें।
केंदुई घाट एवं पिता महेश्वर घाट में बड़ी भीड़ होने की संभावना है। इसे लेकर पी एस सिस्टम, कंट्रोल रूम, सीसीटीवी तथा वॉच टावर को पूरी अच्छी तरह से पालन करावे। इस निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर एव नगर पुलिस उपाधीक्षक को निर्देश दिया कि अवैध पटाखा विक्रेताओं पर छापेमारी अभियान चलाकर दुकानों को सील करें। उन्होंने कहा कि ग्रीन पटाखा के अलावा कोई भी पटाखा पूरी तरह प्रतिबंधित है। इसके साथ ही रात्रि में 8:00 से 10:00 बजे तक ही पटाखा का प्रयोग किया जाएगा। इसके बाद पटाखा का प्रयोग करने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, सभी संबंधित पदाधिकारी इसे अपने अपने क्षेत्र में सुनिश्चित करावे। इस निरीक्षण के क्रम में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता राजस्व, एसडीओ सदर, टाउन डीएसपी, ज़िला आपूर्ति पदाधिकारी, ज़िला आपदा पदाधिकारी, उप नगर आयुक्त गया नगर निगम सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।