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आरक्षण बचाओ चुनाव करायो का भाजपा एक दिवसीय धरना

धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
  गया:-  आरक्षण बचाओ, चुनाव कराओ। राजस्तरीय धरना कार्यक्रम के अंतर्गत गया जिला भाजपा के द्वारा गया गांधी मैदान मुख्य द्वार के सामने रैन बसेरा के नजदीक भाजपा जिला अध्यक्ष धनराज शर्मा के नेतृत्व में एकदिवसीय धरना दिया गया है धरना के बाद बिहार के महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम से एक ज्ञापन अतिपिछड़ा को आरक्षण देने केलिए गया जिला अधिकारी को सौंपा गया है।
    इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भाजपा नेता, पूर्व मंत्री सह नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार ने भाजपा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के तहत काम करती है।1977 में बिहार में पहली बार जननायक कर्पूरी ठाकुर के नेतृत्व में सरकार बनी थी उस सरकार में भाजपा भी शामिल थी तब अतिपिछड़ा को आरक्षण प्राप्त हुआ था।1990से 2005तक राजद और सहयोगी दलों की सरकार रही लेकिन स्थानीय निकाय का चुनाव नहीं कराया गया और जब कराया गया तब अतिपिछड़ा को आरक्षण नहीं दिया गया है।जब हमलोग 2005में एनडीए की सरकार बनी तब अतिपिछड़ा को आरक्षण देकर स्थानीय निकाय का चुनाव कराया गया है। अतिपिछड़ा को आरक्षण पं दीनदयाल उपाध्याय और श्याम प्रसाद मुखर्जी के सिद्धांतों  को अपनाकर दिया गया था। हमारी पार्टी का सिद्धांत है सबसे निचले पायदान पर खड़ा व्यक्ति का जबतक विकास नहीं होगा तब तक राज्य और देश का कल्याण नहीं हो सकता। भाजपा ने अपने सिद्धांतों पर चलते हुए एनडीए की सरकार में अतिपिछड़ा को न्याय दिलाने का काम किया।अब जब नीतीश कुमार को भारत के प्रधानमंत्री बनने का सनक सवार हुआ है। तबसे अतिपिछड़ों को धोखा देने का काम किया है।जब माननीय उच्चतम न्यायालय ने पहले से लागातार पिछड़ा आयोग गठित कर आरक्षण रोस्टर को प्रवाधान लागू करने के लिए कह रहा था तब बिहार सरकार अपना न आयोग गठन कर पाया और नहीं उच्चतम न्यायालय में अपना पक्ष रख पायी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मालूम था कि जो आरक्षण प्रणाली चल रहा है उस पर कोर्ट अवश्य रोक लगा सकती है, उसके वावजूद आनन फानन में कानून को अनदेखी कर चुनाव कराने का जल्दबाजी में घोषणा करवा दिया गया है। चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल होने के बाद लाखों रुपए प्रत्याशियों के द्वारा खर्च कर दिया गया है।इन सारी नाकामियों के दोषी केवल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है। प्रत्याशियों द्वारा खर्च की गई राशि का भुगतान सरकार को करनी चाहिए, और अतिपिछड़ों को आरक्षण देकर नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत का चुनाव जल्द से जल्द कराना चाहिए।
     भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा ने कहा महागठबंधन के लोग हमेशा अतिपिछड़ा विरोधी रही है ताजा उदाहरण क्षारखंड है जहां महागठबंधन सरकार में वहां की सरकार बिना आरक्षण चुनाव करा रही है। भाजपा ही अतिपिछड़ों की हितैषी है। आरक्षण समाप्त करने के लिए ही नीतीश कुमार भाजपा से अलग होकर साजीश कर रहे हैं। भाजपा साजीश को सफल नहीं होने देगा। भाजपा आरक्षण के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जानते हुए भी चुनाव का घोषणा कर साजीश के तहत काम किया है।
  मंच का संचालन ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष पप्पू चंद्रवंशी ने किया।

इस अवसर भाजपा अखौरी निरंजन, ललिता सिंह,दीपक चंद्रवंशी, प्रेम नारायण पटवा, गोपाल पटवा, जिला महामंत्री, राजेश कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता, डॉ अनुज कुमार, कंचन सिन्हा, अनिल कुमार सिंह, संजय कुमार उर्फ चुनु वाबू, संजय सिंह, रामप्रवेश सिंह, रमेश गुप्ता, पुकार सिंह, सुरेंद्र यादव, दीपक पाण्डेय, लालबावू सिद्दीकी, जिला मिडिया प्रभारी युगेश कुमार,

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