गया संग्रहालय के सभागार में श्री कुमार सर्वजीत, कृषि मंत्री, बिहार सरकार द्वारा कृषि विभागीय कार्यों की समीक्षा की गई है। मंत्री के साथ डा॰ सुरेन्द्र प्रसाद यादव, सहकारिता मंत्री, बिहार, विनय कुमार, विधायक गुरुआ, श्रीमती ज्योती देवी, मविधायिका, बाराचट्टी भी समीक्षा बैठक में उपस्थित थे। कृषि विभाग की आरे से रतन कुमार भगत, संयुक्त निदेषक, (षष्य), मगध प्रमण्डल, गया, सुदामा महतो, जिला कृषि पदाधिकारी, गया, डा॰ एस॰ बी॰ सिंह, मुख्य वैज्ञानिक-सह-प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, आमस, डा॰ राजीव सिंह, वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, मानपुर, रवीन्द्र कुमार, उप निदेषक, पौधा संरक्षण, मगध प्रमण्डल, ई॰ गुड्डू कुमार, सहाकक निदेषक, कृषि अभियंत्रण, मगध प्रमण्डल, नीरज कुमार वर्मा, उप परियोजना निदेषक, आत्मा, सुदामा सिंह, जिला परामर्षी, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिषन,ललन कुमार समुन, अनुमण्डल कृषि पदाधिकारी, नीमचक बथानी, सिप्पी कुमारी, अनुमण्डल, कृषि पदाधिकारी, टिकारी, विकास कुमार, अनुमण्डल कृषि पदाधिकारी, शेरघाटी, विपिन बिहारी सिन्हा, अनुमण्डल कृषि पदाधिकारी, सदर गया, दिलीप कुमार सिंह, सहायक अनुसंधान पदाधिकारी, मिट्टी जॉच प्रयोगषाला, गया, सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, प्रखण्ड उद्यान पदाधिकारी, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, डब्लयू॰डी॰टी॰, किसान सलाहकार, लेखापाल, कम्प्यूटर ऑपरेटर सहित सभी कर्मियों ने भाग लिया गया है।
मंत्री ने उपस्थित पदाधिकारियों के कार्यो की समीक्षा के पश्चात कहा कि खरीफ मौसम में जून से अगस्त तक हुई अल्पवर्षा के कारण खरीफ की मुख्य फसल धान का आच्छादन प्रभावित हुआ है। धान के फसल नहीं लगने से खाली रह गये खेतों में आकस्मिक फसल लगाने हेतु गया जिला के किसानों को कुल्थी, तोरिया, मक्का एवं अरहर के बीज निःशुल्क वितरित किये गये है। परन्तु सितम्बर माह में हुई वर्षा से किसान आकस्मिक फसल का लाभ भी नहीं प्राप्त कर सके। ऐसे में रबी फसलों से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर किसानों को हुये नुकसान की भरपाई कराने की चुनौती हम सबके सामने हैं।
उन्होने कहा कि किसानों द्वारा डीजल अनुदान के आवेदन करने में मामूली गलती के कारण उनके आवेदन रद्द नहीं करके आवेदन में सुधार कराकर सरकार की द्वारा घोषित मदद का लाभ पहुॅचाने का प्रयास करें। उन्होने योजनाओं के क्रियान्वयन में स्थानीय जन प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिष्चित करने को कहा गया है। जलछाजन की योजनाओं में स्थानीय ऐजेन्सियों के सहयोग से योजनाओं को क्रियान्वित कराने के निर्देष दिया गया है। बताया कि मुख्यालय स्तर से छापामारी दल गठित कर सभी योजनाओं के क्रियान्वयन का मुख्यालय स्तर से निरीक्षण कराया जा रहा है।
मंत्री ने रबी महाअभियान 2022-23 अन्तर्गत दिनांक 17.10.2022 से 12.11.2022 तक जिलों में घूमने एल॰ई॰डी॰ प्रचार रथों के लिये रुटचार्ट तैयार कर अधिक से अधिक किसानों तक कृषि विभागीय कार्यक्रमों की जानकारी पहुॅचाने को कहा गया है। इसके साथ ही प्रत्येक प्रखण्ड मुख्यालय में होर्डिग लगाकर योजनाओं की जानकारी सार्वजनिक करने को कहा गया है। आगामी रबी मौसम में बीज की होम डिलीवरी सुनिश्चित करते हुये किसानों को उर्वरक आसानी से प्राप्त कराने को कहा है। कृषि यांत्रिकीकरण योजना के आवेदनों के शीघ्र निष्पादन के लिये निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा सुखाड़ से प्रभावित पंचायतों और गॉवों के किसानों को पारदर्शी तरीके से सहायतानुदान वितरित कराने का निर्देष दिया गया है। सहकारिता मंत्री ने कृषि और सहकारिता को एक दूसरे का भाई बताया और कहा कि जिले में अच्छा काम करने वाले किसानों को सम्मानित कराया जाय। उन्होने बताया कि धान की न्यूनम सर्मथन मूल्य में रु॰ 100 की बढ़ोतरी की गई है। विधायक गुरुआ ने कहा कि सभी योजनाओं को जानकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को दी जाय एवं उन्हे प्रखण्ड एवं पंचायत स्तरीय कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाय। विधायिका बाराचट्टी ने कहा कि ई-किसान भवन की साफ सफाई की व्यवस्था कराई जाय एवं मिट्टी जॉच के आधार पर किसान उर्वरक का व्यवहार करे यह सुनिश्चित किया जाय। जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि विभागीय कार्यो कर जानकारी विस्तार से दिया है।
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