पितृपक्ष मेला के अंतिम तिथि के भीड़ नियंत्रण हेतु जिलाधिकारी विष्णुपद मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया गया

धीरज गुप्ता की रिपोर्ट।
 गया विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला महासंगम 2022 के आज अंतिम तिथि अर्थात आज अमावस्या के तिथि पर देश-विदेश से आये विभिन्न पिंडदानियों के साथ-साथ मगध क्षेत्र के लोकल व्यक्तियों द्वारा भी आज ही के तिथि में तर्पण करने की परंपरा है। आज पितृ तर्पण का अंतिम तिथि में तीर्थयात्री अपने पूर्वजों को अंतिम तर्पण करते हुए घर वापसी लेते हैं।
      पितृ पक्ष के अंतिम तिथि पर भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन आज पहले सुबह 4:00 बजे से ही विभिन्न स्थानों पर पदाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई गई है। ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रहे इसके लिए अतिरिक्त ट्रैफिक के जवानों को मेला क्षेत्र में लगाया गया है।   ऐसा मान्यता है कि लोग आज अंतिम तिथि में तर्पण करने के पश्चात विष्णुपद मंदिर में भगवान के दर्शन करने जाते हैं इसे लेकर प्रशासन द्वारा भीड़ नियंत्रण के उद्देश्य से मंदिर प्रांगण के बाहर बने पंडाल में भीड़ मैनेजमेंट के लिए क्यु सिस्टम बनाया गया इसके साथ ही क्यु सिस्टम के अनुरूप ही बिना धक्का-मुक्की के एक एक सभी तीर्थयात्री एवं आम श्रद्धालु भगवान विष्णु के दर्शन हेतु मंदिर प्रांगण में पहुचे।

पितृपक्ष मेला के अंतिम तिथि के भीड़ नियंत्रण हेतु जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम द्वारा विष्णुपद मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया गया है। सबसे पहले उन्होंने चांद चौरा चौराहा हा से पैदल विष्णुपद संवाद सदन समिति के पास पहुंचे। भीड़ को देखते हुए ई रिक्शा चालकों को निर्देश दिया कि विष्णु द्वार के समीप तक ही यह रिक्शा का परिचालन करें जिससे  यात्रियों को कोई ज्यादा कठिनाई ना मिले। इसके बाद मंदिर प्रांगण के द्वार एवं तुलसी पार्क शमशान घाट इत्यादि स्थानों पर भीड़ नियंत्रण हेतु घूम घूम कर निरीक्षण किए और उपस्थित मजिस्ट्रेट एवं पुलिस फोर्स को लगातार एक जगह इकट्ठा हो रहे यात्रियों को रेगुलेट करते रहने का निर्देश दिए हैं। इसके बाद श्मशान घाट से देवघाट घूम घूम कर यात्रियों को स्वयं जिला पदाधिकारी ने भीड़ रेगुलेट किया गया है।

एसडीआरएफ के नाव के माध्यम से देवघाट गजाधर घाट सीताकुंड में यात्रियों के भीड़ का जायजा लिया गया है। नदी में लगे बेरिकेडिंग के बाहर तर्पण एवं स्नान कर रहे पिंडदानियों को बैरिकेडिंग के अंदर तर्पण करने हेतु लगातार डीएम ने अनाउंसमेंट एवं अपील करते रहें। स्वयं घूम घूम कर स्नान कर रहे लोगों को नदी से बाहर आने को कहते रहे हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने एसडीआरएफ एवं गोताखोरों को लगातार नजर रखने हेतु सख्त निर्देश दिए कहीं कुछ छोटी घटना होती है तो तुरंत रेस्पॉन्ड करने का निर्देश दिए गया है।अक्षय वट बेदी स्थल में भीड़ को देखते हुए जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर एवं नगर पुलिस उपाधीक्षक को अक्षय वट में ही रह कर भीड़ नियंत्रण हेतु लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिए हैं।
 जिलाधिकारी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पितृपक्ष का आज अंतिम तिथि का पड़ाव काफी सुखद रहा है। पितृपक्ष महासंगम 2022 काफी अच्छे वातावरण में संपन्न हुआ है।

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