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सीयूएसबी में मनाया गया सॉफ्टवेयर फ्रीडम डे।

 

धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया :-आमजनों को ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के उपयोग करने के लाभों को बढ़ावा देने और इसके प्रति जागरूक करने के लिए दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में “सॉफ्टवेयर फ्रीडम डे” मनाया गया | जन सम्पर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि सीयूएसबी के कंप्यूटर साइंस विभाग ने माननीय कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के नेतृत्व में इस विशेष कार्यक्रम को आयोजित किया गया है | कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जयनाथ यादव के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी शामिल हुए हैं |स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स, स्टैटिस्टिक्स और कंप्यूटर साइंस के डीन डॉ. रौशन कुमार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के उपयोग के लाभों के बारे में चर्चा की है। उन्होंने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के लिए प्रेरित भी किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर हम समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करके लोगों में जागरूकता फैलाते हैं, तो निश्चित रूप से अधिक लोग ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना शुरू कर देंगे।  कंप्यूटर विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ. जयनाथ यादव ने कंप्यूटर अनुप्रयोगों में ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर की उपलब्धता के बारे में विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि हमारे पास प्रोप्रिएटरी सॉफ्टवेयर के विकल्प के रूप में विभिन्न ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं। डॉ. नेमी चंद्र राठौर ने ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के साथ चुनौतियों के विषय में  समझाया गया है । उन्होंने कहा कि जागरूकता की कमी और उचित विज्ञापन नहीं होने के कारण, लोग ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर से अनजान हैं। डॉ. प्रभात रंजन ने कहा कि अगर हम ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर का उपयोग करने की संस्कृति को आकार देते हैं और संस्थानों के बीच इसे बढ़ावा दें तो निश्चित रूप से लोग इसका उपयोग करना शुरू कर देंगे। डॉ. पीयूष कुमार सिंह ने लेटेक्स जैसे ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के महत्व को समझाया और यह भी कहा कि लोग अपने दैनिक जीवन में ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहे हैं  लेकिन उन्हें इसके बारे में पता नहीं है।इस अवसर पर कोडिंग प्रतियोगिताएं, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, पोस्टर प्रस्तुतियां और डिस्ट्रो डिस्ट्रीब्यूशन जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। कोडिंग प्रतियोगिता में अंशु कुमारी और इशिता बर्नवाल ने संयुक्त रूप से पहला, थबीरा मेहर और आनंद यादव ने संयुक्त रूप से दूसरा और अभिषेक कुमार और अंकित कुमार ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया गया है। क्विज प्रतियोगिता में चिन्मय चैतन्य विजेता घोषित हुए ।

इसके अलावा पोस्टर प्रस्तुति में रतिकांत साहू, धीरज कुमार और विनीता सिंह ने क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया गया है।डिस्ट्रो डिस्ट्रीब्यूशन में, लिनक्स के विभिन्न फ्लेवर जैसे काली, फेडोरा, उबंटू, पैरट, मिंट, आदि आगंतुकों को दिखाए गए और समझाया गया। ओपन-सोर्स काउंटर पर, विभिन्न ओपन-सोर्स हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की प्रस्तुतियां आगंतुकों को प्रदर्शित की गईं हैं। समस्त कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष के मार्गदर्शन में एवं अतुल कुमार, अमन कुमार राउत एवं बालमुकुंद झा के संचालन में किया गया है । वॉलेंटियर्स के के रूप में अंशु, प्रीति, रवि, अमित, निशिकांत, सुजीत, अनामिका, बिपुल, अजमल और आशुतोष ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अहम योगदान दिया |

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