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बिहार में शिक्षा व्यवस्था चौपट, अब सिर्फ वादे पर टिकी हुई है शिक्षा।

राजकमल कुमार की रिपोर्ट।

बेलदौर प्रखंड क्षेत्र में शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन नीचे गिरता जा रहा है। जहां एक तरफ विद्यालय में शिक्षकों की कमी साथ ही साथ बच्चों की शौचालय चापाकल सुदृढ़ रूप से व्यवस्था नहीं होने पर बच्चों को बाहर जाना पड़ता। मालूम हो कि प्राथमिक विद्यालय सोनमा वासा कुल नामांकित छात्र छात्रा की संख्या 135 बताई गई, साथ ही साथ बच्चों की उपस्थिति 25 देखी गई। वही प्रधानाध्यापक सुरेंद्र चंद्र यादव ने बताया कि बच्चों की उपस्थिति 55 है, जबकि विद्यालय में बाल विकास परियोजना के 5 वर्ष से कम उम्र के छोटे बच्चे भी देखें गए। वही विद्यालय में कुल 3 शिक्षक है, जबकि एक शिक्षक सीएल पर चल रहें है, जबकि रेनू कुमारी प्रधानाध्यापक को बिना बताएं विद्यालय से गायब पाई गई। उसी कैंपस में प्राथमिक विद्यालय गिरजापुर में कुल नामांकित छात्र छात्रा 112 बच्चों की उपस्थिति 23, लेकिन प्रधानाध्यापक मंजू कुमारी ने बताया कि 40 बच्चे उपस्थित है। जबकि बिणा कुमारी आकस्मिक अवकाश पर है, एक तरफ बिहार सरकार शिक्षा को लेकर बड़े-बड़े वादे करते हैं। लेकिन धरातल पर प्रखंड शिक्षक सिर्फ नाम का विद्यालय में जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। लेकिन बच्चों के पठन-पाठन कार्य में रुचि नहीं रखते हैं।

जिस कारण बिहार की शिक्षा व्यवस्था दिन प्रतिदिन गिरती जा रही है। जबकि प्राथमिक विद्यालय गिरजापूर मैं बच्चों का मध्यान भोजन नहीं बनाया गया। वहीं प्राथमिक विद्यालय सोनमावासा मे  बच्चों का मध्यान भोजन बनाया गया, लेकिन बच्चों को नाश्ता नहीं दिया गया। वही गिरजा पुर विद्यालय में प्रधाना अध्यापिका एवं रसोईया के मिलीभगत से चावल का चोरी करवाया गया।

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