वादों के अंधेर में घूम रहे हैं प्रत्याशी। बताते चलें कि बेलदौर में नगर पंचायत चुनाव को लेकर अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अपने काफिले के साथ विभिन्न विभिन्न वार्डों में घूम रहे हैं, और प्रत्याशियों का कहना है कि जो भी काम 10 वर्ष पूर्व स्थानीय मुखिया के कार्यकाल में नहीं हुआ जीतने के बाद हम करेंगे। मालूम हो कि बेलदौर पंचायत का है, जब से बेलदौर पंचायत नगर पंचायत में तब्दील हो गया तो बड़े-बड़े प्रतिनिधियों का हालात बिगड़ने लगा। इसी कड़ी में फरैबा वासा, गिरजा पुर, सोनमा वासा के महादलित परिवारों को अभी भी झुग्गी झोपड़ी में जीना पड़ रहा है। बताते चलें कि जिस व्यक्ति का आवास योजना के लिस्ट में नाम अंकित है। वही स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दलालों के द्वारा एक आवास योजना के नाम पर दस से पंद्रह हजार रूपए दिलाने के नाम पर मांगते हैं रिश्वत।
वहीं ग्रामीणों का कहना हुआ कि जो जनप्रतिनिधि एक आवास योजना के नाम पर मोटी रकम लेते हैं क्या उन्हें फिर से अपना जनप्रतिनिधि बनाएंगे, नहीं क्योंकि उक्त जनप्रतिनिधि के द्वारा मेरे साथ हर कार्य में लूटपाट किया गया है, जैसे जाति प्रमाण पत्र, आवास योजना, वृद्धा पेंशन विभिन्न योजना शामिल है, वही है 10 वर्षों का विकास बेलदौर पंचायत में नहीं हुआ।