धीरज गुप्ता की रिपोर्ट।
गया : बमुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचे। जहां से सड़क मार्ग से सीधे फल्गु नदी के तट पर स्थित देवघाट पहुंचे। वहां मुख्यमंत्री ने फल्गु नदी पर बने गयाजी डैम का लोकार्पण किया। साथ ही उन्होंने देवघाट से सीताकुंड पिंडवेदी तक जाने के लिए फल्गु नदी पर बने पुल का भी उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने गयाजी डैम का जायजा भी लिया।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई। इस मौके पर उनके साथ बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सुचना जनसमपर्क मंत्री संजय झा, सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव, अनुसूचित जाति जनजाति मंत्री संतोष कुमार सुमन, पर्यटन मंत्री कुमार सर्वजीत, विजय चौधरी, आलोक मेहता, अशोक चौधरी, विजय चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा, प्रधान सचिव स़जय अग्रवाल सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। फल्गु नदी में जल नहीं रहने से पिंडदानियों को अपने पितरों के लिए तर्पण कने करने में परेशानी होती थी। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गयाजी डैम का निर्माण कराया गया है जो भारत का सबसे लंबा 411 मीटर लंबा रबर डैम है। जिसे हैदराबाद की कंपनी एनसीसी लिमिटेड ने बनाया है। डैम का कार्य 22 सितम्बर 2020 को शुरू हुआ था, जिसे 2023 तक पूरा करना था।
लेकिन तेज गति से हुए कार्य के कारण वर्ष 2022 में ही यह बनकर तैयार हो गया और इसका उद्घाटन किया गया है। यह डैम 312 करोड़ की लागत से बना है, जो जमीन से 3 मीटर ऊंचा है। इसकी जिसकी लंबाई 411 मीटर है। अब इस डैम के बन जाने से फल्गु नदी में सालों भर 3 फीट पानी रहेगा। जिससे पिंडदान करने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। यह गया वासियों के लिए सबसे बड़ी सौगात है। इसके बनने से शहर के लोगों में खुशी का माहौल है।
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