खुल्लम खुल्ला धर्म परिवर्तन का दुष्चक्र है और पुलिस निष्क्रिय है,दूर दराज से हजारों महिला पहुँचती हैं।

विनोद शर्मा की रिपोर्ट
छौड़ाही (बेगूसराय) : बीमारी ठीक करने के नाम पर छौड़ाही थाना से महज आधा किलोमीटर दूर छौड़ाही रामपुर कचहरी सड़क के किनारे एक गाछी में भोले भाले गरीब तबकों की महिलाओं को ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्म प्रचार कर गुमराह किया जा रहा है। विगत कई मंगलवार से यह सप्ताहिक कार्यक्रम हो रहा है। जिसमें एक हजार से ज्यादा व्यक्ति की भीड़ लगी रहती है। जबकि, छौड़ाही समेत आसपास के प्रखंड क्षेत्र मे एक भी ईसाई परिवार नहीं रहते हैं। कार्यक्रम की कोई प्रशासनिक अनुमति भी नहीं ली गई है। पुलिस आसूचना के विफलता के कारण प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। अब हरकत में आई प्रशासन मामले की जांच में जुट गई है।
 ईसाई धर्म अभिमंत्रित पानी पीजिए , बीमारी भगाएं : समस्तीपुर जिले के रोसड़ा प्रखंड के ढहरा रोड यूशु नगर निवासी अरुण चौधरी ईसाई धर्म से संबंधित धर्म प्रचार सभा द्वारा स्थापित आराधना घर के व्यवस्थापक हैं। इनकी पत्नी ललिता देवी के नेतृत्व में पांच महिलाओं का दल रामपुर कचहरी गाछी में प्रत्येक मंगलवार को धर्म सभा आयोजित करती हैं। एक घेरे में बैठी पांचो महिलाएं पात्र में पानी रखी हुई है। उनके द्वारा ईसाई धर्म के मंत्रों से अभिमंत्रित पानी पीने से सभी बीमारियां ठीक हो जाएंगी ऐसा दावा किया जा रहा है। अरहूल देवी, लक्ष्मी देवी, किरण देवी, भागमती देवी आदि महिलाओं का कहना था कि इस दौरान प्रभु यीशु मसीह के नाम पर प्रार्थना की जाती है। ईसाई धर्म संबंधित मंत्र पढ़ा जाता है एवं पानी एवं तेल बीमारी दूर करने के लिए पिला दिया जाता है। ईसाई धर्म के अच्छाइयों का वर्णन किया जाता है। रोजाना प्रार्थना करने का आग्रह किया जाता है। यहां विगत पांच मंगलवार से यह कार्यक्रम बिना प्रशासनिक अनुमति के हो रहा है।

निशाने पर अनुसूचित एवं अत्यंत पिछड़े वर्ग की महिला : आज लगभग दो महिलाएं जुटी थी। मेला सा नजारा था। जब पड़ताल की गई तो शत प्रतिशत महिलाएं अनुसूचित जाति एवं अत्यंत पिछड़े वर्ग की थी। सभी महिलाएं छौड़ाही ,खोदावंदपुर ,गढ़पुरा प्रखंड क्षेत्र के अलावे समस्तीपुर जिले के हसनपुर , रोसड़ा प्रखंड क्षेत्र की पाई गई। फूलो देवी , सुनीता देवी आदि महिलाओं का कहना था कि उन्हें बहुत दिनों से कमर एवं घुटनों में दर्द था । प्रार्थना सभा का प्रचार हो रहा था। यहां आए तो तेल पानी ईसाई मंत्र पढ़कर पिला दिया है। कहा ठीक हो जाएगा। ईसाई धर्म के बारे में अच्छी-अच्छी बातें भी प्रवचन में महिलाएं कर रही है, इससे प्रभावित हुए हैं।
 निष्क्रिय रहा स्थानीय प्रशासन : इस तरह धर्म प्रचार एवं अंधविश्वास की भीड़ जुटाने को लेकर स्थानीय ग्रामीण भी काफी नाराज दिख रहे हैं ।चंदन कुमार मनोज कुमार, विनोद कुमार आदि ग्रामीणों का कहना था कि खुल्लम खुल्ला धर्म परिवर्तन का दुष्चक्र है और पुलिस निष्क्रिय है।
 ग्रामीणों की बात उस समय सच साबित हुई जब इस भीड़ के संदर्भ में छौड़ाही पुलिस को सूचना दी गई तो एक चौकीदार को भेजा गया। चौकीदार नवीन कुमार ने जब व्यवस्थापक से कार्यक्रम बंद करने को कहा तो चौकीदार से ही व्यवस्थापक भीड़ गए। आवाज तेज करके जोर-जोर से धर्म प्रचार करने लगे। चौकीदार हार कर प्रशासन को रिपोर्ट देने की बात कह चलते बने। समाचार प्रेषण तक वरीय अधिकारी नहीं पहुंच पाए थे। हालांकि बवाल बढ़ते देख व्यवस्थापक कार्यक्रम को बंद कर चलते बने।
 सक्रिय हैं गुमराह करने वाले : पुलिस के पहुंचने के बाद हुए बवाल पर कई खुलासे भी हो रहे हैं। लोगों का कहना था कि स्थानीय प्रेमलाल सहित लगभग 10 व्यक्तियों का एक समूह है जो गांव-गांव घूमकर अनुसूचित जाति की महिला गरीब अशिक्षित महिलाओं को प्रभु यीशु का प्रार्थना करने एवं अभिमंत्रित जल पीने से सभी बीमारियां ठीक होने का की बात कह गुमराह करते हैं। लाउडस्पीकर से भी प्रचार कर किया जाता है। प्रत्येक कार्यक्रम में ऐसे व्यक्ति को प्रस्तुत किया जाता है जो सार्वजनिक रूप से कहते हैं कि हां, यह जल पीने एवं येशु प्रार्थना के बाद वह एकदम स्वस्थ हो गए हैं।

कहते हैं कार्यक्रम के व्यवस्थापक : ईसाई धर्म से संबंधित हो रहे कार्यक्रम के व्यवस्थापक समस्तीपुर जिले के रोसड़ा थाना क्षेत्र के ढरहा रोड यशु नगर निवासी अरुण चौधरी उनकी पत्नी अरुण चौधरी का कहना है कि वह प्रभु ईशु मसीह प्रवेश प्रार्थना संदेश सुनाते हुए। बीमारियों के लिए प्रार्थना किया जाता है। फिर पानी से प्रार्थना करते हुए सभी बीमारियों की चंगाई की जाती है। उन्होंने धर्म परिवर्तन के बात से इनकार किया। हालांकि वह ईसाई धर्म को सर्वश्रेष्ठ धर्म बताते रहे।
 कहते हैं अधिकारी : इस संदर्भ में अंचलाधिकारी छौड़ाही विजय प्रकाश का कहना है कि उनसे धर्म विशेष के कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई है। विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

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