धीरज गुप्ता की रिपोर्ट।
बोधगया:- निगमा मोनेस्ट्री में गुरुवार को 6 बिहार बटालियन एनसीसी द्वारा आयोजित 4वीं संयुक्त वार्षिक ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया गया है। यह कैंप 24 से 31 अगस्त तक संचालित होगा। इसमें विभिन्न स्कूलों व कॉलेजों के करीब 600 एनसीसी बालक-बालिका कैडेट भाग ले रहे हैं। इसकी विधिवत शुरूआत गुरुवार को ओपनिंग एड्रेस से हुआ। जिसे कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल एमके शुक्ला के द्वारा संबोधित किया गया।जिसमें कैडेट्स को एनसीसी के महत्व आदि पर चर्चा की गयी। साथ ही आठ दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के गतिविधियों की भी जानकारी दी गयी। मौके पर मिलिट्री हॉस्पिटल के मेजर कोला सुदर्शन ने एनसीसी कैडेटों को जटिल मामलों को हैंडल करने के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट के तहत चिकित्सा प्रक्रियाओं की एक श्रृंखला होती है। मरीज को घातक स्थिति से बाहर निकालने के लिए इन प्रक्रियओं का इस्तेमाल किया जाता है। बेसिक लाइफ सपोर्ट को बीएलएस भी कहा जाता है। यह मुश्किल मामलों में मरीज को जरूरी चिकित्सकीय देखभाल प्रदान करता है,जब तक कि उसे एडवांस्ड उपचार या देखभाल न मिल जाए। अस्पताल में भर्ती से पहले इस सपोर्ट के महत्व को देखते हुए इस प्रक्रिया के बारे में सही जानकारी और कौशल बहुत जरूरी है।बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। सबसे महत्वपूर्ण होती है। हार्ट अटैक के मामलों में या ऐसे मामलों में यह बहुत अधिक कारगर होती है। कैंप में कैडेट्स को ड्रील, हथियार प्रशिक्षण, फायरिंग, फिल्ड क्रॉफ्ट, बैटल क्रॉफ्ट, सैनिक प्रशिक्षण आदि की जानकारी दी जाएगी।इस दौरान 27 बिहार बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एमके चौहान ने एनसीसी कैडेटों की हौसला अफजाई की।
वहीं 6 बिहार बटालियन एनसीसी की गर्ल्स कैडेट्स आकांक्षा कुमारी(जीबीएम) ने बताया कि यह मेरी पहली कैंप है।आज हमलोगों को एकता और अनुशासन का पाठ पढ़ाया। साथ ही शिविर में मिलने वाले प्रशिक्षण को व्यवहारिक जीवन में भी उपयोगी बताया। इस अवसर पर सूबेदार मेजर उगम सिंह, सूबेदार अनिल कुमार, संजय शुक्ला, एनसीसी पदाधिकारी कैप्टन डॉ मुनीचंद्र, लेफ्टिनेंट चंद्रभूषण तिवारी, सेकेंड ऑफिसर मोहम्मद तकरीमुल्हा खान, सेकंड ऑफिसर अरुण कुमार, थर्ड ऑफिसर रेनू कुमारी, सीटीओ सोनी कुमारी,नायक पृथ्वीराज गिरि आदि मौजूद थे।
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