विनोद शर्मा की रिपोर्ट।
छौड़ाही (बेगूसराय) : छौड़ाही ओपी क्षेत्र के सावंत पंचायत के मटिहानी गांव के एक कच्ची सड़क पर से शुक्रवार रात से ही लापता एक स्थानीय ग्रामीण युवक का शव मिलने के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। युवक के गले पर फंदे का निशान पाया गया। चप्पल गमछा भी इघर उधर फेंका मिला है। 18 वर्षीय युवक दीपक कुमार यादव का शव मिलने के बाद मुखिया जिला पार्षद समेत तमाम जनप्रतिनिधि पहुंचे। लेकिन सूचना के बावजूद छौड़ाही पुलिस तीन घंटे तक घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई। थक हार कर ग्रामीणों के सहयोग से स्वजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
रात में शौच करने निकले थे दीपक सुबह मिला शव : मृतक 18 वर्षीय दीपक कुमार यादव छौड़ाही ओपी क्षेत्र के मटिहानी गांव निवासी मक्केश्वर यादव के पुत्र थे। स्वजनों का कहना है कि दीपक रात 10 बजे घर आए थे। स्वजनों से आधे घंटे तक बातचीत करने के उपरांत लोटा लेकर शौच करने हेतु गांव के कच्चे रास्ते से गाछी की ओर गए थे। 11 बजे रात तक युवक के वापस नहीं लौटने पर मोबाइल पर कई बार काल किया गया ।लेकिन मोबाइल स्वीच आफ बताता रहा। सुबह जब ग्रामीण निकास हेतु कच्चे रास्ते से गाछी की ओर जा रहे थे तो मणिकांत यादव के गाछी के 10 कदम आगे कच्ची सड़क पर युवक दीपक यादव गिरा पड़ा हुआ था। ग्रामीण तुरंत उसे उठाकर डाक्टर के पास ले गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
गले पर था फंदे का निशान : मटिहानी गांव से बहियार की ओर जाने वाली कच्ची सड़क के बगल के गाछी में एक पेड़ पर मृतक का गमछा फंसा हुआ था। वहीं मृतक का एक चप्पल भी पेड़ के कुछ दूर पर पड़ा हुआ था ।दूसरा चप्पल मृतक के पैर में ही था । वहीं लोटा भी शव बरामद स्थल से 20 कदम दूर फेंका हुआ था। मृतक के गले पर फंदे से कसे जाने का स्पष्ट निशान भी दिख रहा था । जिसे देखकर ग्रामीणों में चर्चा थी कि युवक कि किसी ने हत्या कर शव फेंक दिया है। मृतक के स्वजन अत्यंत गरीब परिवार से हैं।वह जवान पुत्र के मौत के सदमे में रो-रो कर बेहोश हो जा रहे थे। स्वजन कुछ कहने सुनने की स्थिति में नहीं थे।
पहुंचे तमाम जनप्रतिनिधि ,नहीं पहुंची छौड़ाही पुलिस : युवक दीपक यादव का शव मिलने की सूचना पर सावंत मुखिया, वार्ड सदस्य,प्रखंड भाजपा अध्यक्ष संजीव कुमार यादव समेत ग्रामीण की भीड़ तीन घंटे तक घटनास्थल पर लगी रही।लोग मृतक के स्वजनों को सांत्वना देते रहे। परंतु सूचना देने के बावजूद छौड़ाही पुलिस घटनास्थल नहीं पहुंच पाई । तीन घंटे बाद थक हार कर स्वजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया।
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