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विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला को लेकर जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को दिए निर्देश

धीरज  गुप्ता की रिपोर्ट
 गया:- आने वाले पितृपक्ष मेला संबंधित तैयारियां के लिए  जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में पितृपक्ष मेला 2022 के सफल आयोजन हेतु साफ सफाई कार्य समिति एव कॉल सेंटर कोषांग के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई है। इस वर्ष पितृपक्ष मेला का आयोजन 9 सितंबर से 25 सितंबर तक निर्धारित है।  पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के लिए 16 अलग अलग कार्य समिति का गठन किया गया है। इस कार्य समिति के साफ-सफाई एव कॉल सेंटर समिति के कार्यों की समीक्षा आज की गयी है।

जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि सभी घाटों, सभी वेदी की प्रॉपर साफ-सफाई अभी सही करवाना सुनिश्चित करावे। विष्णुपद, अक्षयवट, सीताकुंड, प्रेतशिला, रामशिला इत्यादि स्थान काफी महत्वपूर्ण है यहां प्रतिदिन हजारों हजार तीर्थयात्री निरंतर रूप से आते हैं। इसलिए यहां पालीवाल साफ-सफाई अनिवार्य है। लेकिन गया शहर के गया मार्केट मे महिलाओं के मार्केट मे शोचालय जिसे महिलाओं को चलना दुर्लभ

नगर आयुक्त द्वारा  इस संबंध मे बताया गया कि वेदी स्थलों की साफ सफाई हेतु ड्राइवर सहित 50 ट्रैक्टर सेपरेट रखा गया है उसके साथ ही पर्याप्त संख्या में मजदूर भी रखे गए हैं।  पितृपक्ष मेला के लिए मेला क्षेत्र में स्पेशल रूट चार्ट तैयार कर साफ सफाई संबंधी कार्य कराए जाएंगे ताकि कोई भी गली मोहल्ला एव टोला सफाई हेतु वंचित ना रहे। इस वर्ष पितृपक्ष मेला में साफ सफाई का पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किया जाएगा।  यात्रियों की सुविधा हेतु वर्तमान में 40 स्थानों को चिन्हित करते हुए संबंधित स्थानों पर पनशाला बनाया जाएगा जहां यात्रियों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था रखी जाएगी। नगर निगम क्षेत्र के साथ-साथ मेला क्षेत्र के विभिन्न प्याऊ, वैट चापाकल आदि की मरम्मत करवाते हुए चालू करवा दिया गया है, यदि मेला अवधि में कुछ कमी आने पर उसे तुरंत ठीक करवाया जाएगा। इसके साथ ही नगर निगम के जितने भी शौचालय, स्नानागार, चेंजिंग रूम इत्यादि हैं सभी को मरम्मत करवाते हुए आउटसोर्सिंग द्वारा लगातार मेंटेनेंस रखने का भी निर्देश दिया गया है।

मेला क्षेत्र में यत्र तत्र फैले आवारा पशुओं को पकड़ने के संबंध में जिला पदाधिकारी ने नगर निगम को सख्त निर्देश दिया है कि अगस्त माह के अंतिम तिथि से स्पेशल ड्राइव चलाते हुए मेला क्षेत्र से आवारा पशुओं को पकड़ने का कार्य करें तथा संबंधित पशुओं को गौशाला में सुरक्षित रखें। साथ ही आवारा पशु पकड़े जाने पर संबंधित पशु मालिक के भारी जुर्माना वसूल की जाएगी।  मेला क्षेत्र के लोगों से अपील किया है कि अपने पशुओं को अपने घर पर ही अच्छे तरीके से बांध करके रखें उन्हें यत्र तत्र मेला क्षेत्र में ना छोड़े। प्रायः यह पाया गया है कि मेला क्षेत्र में आवारा पशुओं के कारण तीर्थ यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला में हर आवासन स्थल में एक पानी टैंकर तथा 2-2 सफाई कर्मी रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करावे ताकि यात्रियों को किसी प्रकार का पानी का दिक्कत तथा सफाई की समस्या का सामना ना करना पड़े। यदि टैंकर की कमी है तो लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग से टैंकर की मांग करें।

मेला क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि मेला क्षेत्र में जितने भी स्ट्रीट लाइट हैं, उनको अच्छे से जांच कराते हुए यदि कहीं खराब है तो उसे अति शीघ्र मरम्मत कराते हुए चालू करवाने का निर्देश दिए इसके साथ ही प्रमुख चौक चौराहे, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन इत्यादि क्षेत्रों में भी रोशनी का पुख्ता इंतजाम रखें।

इस बैठक मे नगर आयुक्त गया नगर निगम, प्रभारी पदाधिकारी जिला पर्यटन शाखा, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया, वरीय उप समाहर्ता श्री अमित पटेल, नगर निगम के उप नगर आयुक्त, सिटी मैनेजर, नगर निगम के सफाई प्रबंधक, नगर निगम के अभियंतागण, वरीय उप समाहर्ता श्री दुर्गेश नंदिनी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा, डीपीओ आईसीडीएस, अपर सूचना विज्ञान पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सदर, आईटी मैनेजर गया सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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