एस एन मल्होत्रा मेमोरियल फाउंडेशन कानपुर के टेक्निकल सपोर्ट का जिलाधिकारी ने किए उद्धघाटन

धीरज  गुप्ता की रिपोर्ट।
  गया:- जेपीएन अस्पताल मे आज  जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज एस एन मल्होत्रा मेमोरियल फाउंडेशन कानपुर के टेक्निकल सपोर्ट के माध्यम से श्रवण श्रुति कार्यक्रम अंतर्गत गया जिला के मुखबधिर बच्चों एव हियरिंग लॉस बच्चों के लिए स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया है, जिलाधिकारी ने उद्घाटन फीता काटकर  किया गया है।इस  श्रुति कैंप में उपस्थित पदाधिकारियों, यूनिसेफ के पदाधिकारी एवं हियरिंग लॉस वाले बच्चों के परिजनों को स्वागत करते हुए कहा कि आप सभी इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं। अभिभावकों को कहा कि आप बिल्कुल निर्भीक होकर अपने बच्चों को आधुनिक मशीनों से बहरेपन का स्क्रीनिंग कानपुर से आई टीम द्वारा करवाएं। पूर्व में भी अनेकों बच्चों का जांच.एव स्क्रीनिंग किया गया है उन्हें निशुल्क उपचार ही कराया गया है। 0 से 6 साल के बच्चों अगर सुनने की क्षमता या बोलने की क्षमता को जांच लें, अगर उसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाएगी तो उसे आसानी से ठीक करा सकते हैं परंतु अगर 6 साल उम्र के बाद अगर ठीक कराने के लिए सोचेंगे, तो किसी बच्चों को ठीक करना थोड़ा मुश्किल होगा। डब्ल्यूएचओ के सर्वे के अनुसार 1000 बच्चों में से 5- 7 बच्चे बोल नहीं पाते हैं एव सुन नहीं पाते, संबंधित पाए जाते हैं। इसलिए जिला प्रशासन एव जिला पदाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्रवण श्रुति कार्यक्रम में विशेष रूचि लेते हुए यह कार्यक्रम शुरू किया है।अब तक गया जिले में 12000 से अधिक बच्चों को जांच करा लिया गया है यह खुशी की बात है कि उनमें से 40 बच्चे ऐसे पाए गए जो हियरिंग लॉस पाए गए हैं। बच्चों को निशुल्क इलाज कराया गया है उन 40 बच्चों में से ऐसे 02 बच्चे पाए गए है जिन्हें जिला प्रशासन के स्तर से 8 लाख से 9 लाख रुपये मूल्य के कोकलेयर इमलेणट मशीन बच्चों को लगाए गए जो बिल्कुल निशुल्क में लगाए गए है एक बच्चा इमामगंज का और एक बच्चा टिकारी का जिसका नाम हमजा समसुद्द शामिल है। जिला प्रशासन एव जिला पदाधिकारी द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए बच्चों का बेहतर इलाज करवाया जा रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित संस्थान से लगातार संपर्क में है। अभिभावकों से अनुरोध किया कि बच्चों में यदि कुछ कमी पाई जाती हैं तो चिकित्सकों का सहयोग करें।

अपने मन में किसी प्रकार का भय ना रखें। जिला पदाधिकारी ने श्रुति स्क्रीनिंग कैंप में उपस्थित होने वाले बच्चों तथा अभिभावकों को धन्यवाद दिया गया हैइसके बाद जिला पदाधिकारी द्वारा 0 से 6 साल के बीच उम्र वाले बच्चों को कानपुर से आई टीम द्वारा आधुनिक मशीन के माध्यम से हियरिंग लॉस संबंधित किए जा रहे स्क्रीनिंग का अवलोकन करते हुए कई प्रकार की जानकारी ली एव उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि आप बच्चों को बेहतर तरीके से हियरिंग लॉस संबंधी का स्क्रीनिंग करते हुए उनका इलाज करें।

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