वही मंदिर के जमीन के बटाईदारओं को रकम जमा करने को कहा गया था। लेकिन ठाकुरबारी के तत्कालीन महंत दिनेश शर्मा ने उनके विरुद्ध ठाकुरबारी के जमीन बिक्री कर दिए जाने की शिकायत बिहार राज्य धार्मिक न्यास पार्षद पटना से किया। वही उक्त महंत की आवेदन को गंभीरता से लेते हुए न्यास बोर्ड के अधिकारी ने बीते 30 मई 2022 को फर्जी बाबा को न्यायालय में उपस्थित होने का नोटिस दिया और सुनवाई के दौरान फर्जी बाबा को निष्कासित कर दिया।
वही मजिस्ट्रेट ने कहां की यदि फर्जी तरीके से लक्ष्मीनारायण ठाकुर बारी परिसर पहुंचा तो न्यायिक कार्यवाही की जाएगी नहीं तो अपना बोरिया बिस्तर लेकर घर चले जाओ। वही स्थानीय ग्रामीणों में पटना न्यास बोर्ड ने कार्य देखकर खुशी जाहिर किए। फिर से न्यास बोर्ड पटना ने तत्कालीन महंत दिनेश शर्मा को लक्ष्मीनारायण ठाकुरबारी का महंत बना दिया गया।
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