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बिथान सरकारी राशन कालाबाजारी 98 बैंग गेंहू और चावल लदे ट्रैक्टर समेत दो लोगों को हिरासत में लिया

बिथान :- थाना क्षेत्र के बिथान गांव में सरकारी राशन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। पुलिस ने जन वितरण प्रणाली के तहत आए 98 बैग गेहूं और चावल बरामद किया है। ये गेहूं व चावल अवैध रूप से बेचा जा रहा था। पुलिस ने गुप्ता सूचना के आधार पर कालाबाजारी 98 बैग गेहूं और चावल लदे ट्रैक्टर समेत दो लोगों को हिरासत में लिया है। इस मामले में केस दर्ज नहीं की गई हैं। थानाध्यक्ष मो० खुशबुद्दीन ने बताया कि प्रखंड अपूर्ति पदाधिकारी के द्वारा जांच की जा रही हैं। जाँचों उपरांत कारवाई की जायेगी। बिथाना पुलिस को काफी समय से राशन कालाबाजारी की सूचना मिल रही थी।

बिथाना थानाध्यक्ष मो० खुशबुद्दीन को शनिवार की रात्री 10:15 बजे गुप्ता सूचना मिली कि सरकारी राशन बिथाना गांव के जनवितरण प्रणाली बिक्रेता प्रह्लाद अग्रवाल के द्वारा किसी निजी व्यापारी के हाथों बेचा जा रहे हैं। चौकी प्रभारी ने तुंरत कार्रवाई करते हुए उस स्थान पर छापा मारकर दो व्यक्ति समेत ट्रैक्टर ट्राली को जब्त कर उसमें से सरकारी गेहूं व चावल का 98 बैग को जब्त किया। सरकारी आपूर्ति के लिए आए गेहूं व चावलों को गैर कानूनी रूप से निजी व्यापारी को बेचा जा रहा था। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस ने आरोपित डीलर फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। पहले भी कालाबाजारी में पकड़ा जा चुका है उक्त डीलर। दूसरी ओर पंचायत के अन्य लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए मांग की है कि इसमें पुलिस सख्त से सख्त कार्रवाई करे। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी इस डीलर को राशन की कालाबाजारी करते हुए धरा गया था, पर खाद्य आपूर्ति विभाग ने इसको फिर से राशन दे दिया। उन्होंने बताया कि पंचायत की ओर से विभाग को मना किया गया था। आज डीलर फिर से राशन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा गया है। ग्रामीणों ने मांग की इसमें पुलिस विभाग के द्वारा डीलर के खिलाफ सक्त कार्रवाई करें।

वहीं एमओ सनोज कुमार के द्वारा डीलर के बचाव में जांच कर प्रतिवेदन दिया गया जबकि नियमानुसार 8 बजे से 2 बजे दिन तक ही राशन वितरण करने का आदेश है, एमओ के द्वारा डीलर के बचाव में कुछ फर्जी लाभार्थी जो 23 जून को ही राशन का उठाव कर चुका है उससे बयान लिया गया वहीं एक राशन7 माफिया के पॉकेट से तीन बन्डल वितरण पंजी मिला है पत्रकारों ने जब पूछा की लाभार्थी का पर्ची आपके पास कैसे आया तो राशन माफिया सही जवाब नही दे पाए*

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