ब्यूरो चीफ सुभाष राम सहरसा बिहार
सहरसा जिले के सौरबाजार से सिमरी बख्तियारपुर को जाने वाली सड़क काफी जर्जर हो गई है। इस सड़क की इतनी दयनीय स्थिति हो गई है कि डेढ़ से दो फिट तक का इसमें गड्ढा बन गया है। सालों भर जलजमाव की समस्या बनी रहती है और बराबर दुर्घटनाएं होती रहती है।यहां के स्थानीय शासन प्रशासन इस सड़क से बिल्कुल अंजान बने हुए हैं। बात करते हैं खैरा गांव से बबूजना घाट तक तकरीबन 9 किलोमीटर की सड़क की. जो पहली ही बरसात में जलमग्न होकर कीचड़ में तब्दील हो गया है।
यह सड़क साढ़े तीन किलोमीटर काफी खतरनाक बना हुआ है जिसमें खोपैती, खैरा, बरसम गांव आता है। जिसमें सबसे खतरनाक स्थिति खोपैती गांव की है। इस रास्ते से जुड़े 7 गांव के घनी आबादी वाले लोग आवाजाही करते हैं जिसे मजबूर होकर पानी और कीचड़ के बीच से गुजरना पड़ता है। लोग इस खतरनाक सड़क के कारण दुर्घटना के शिकार होते रहता है । मरीज सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं, छात्रों को स्कूल जाने में दिक्कतें होती है। लोगों को अंचल, ब्लॉक, थाना जाने के लिए सोचना परता है।
स्थानीय लोगों की माने तो करीब 8 वर्षों से इस सड़क की स्थिति यहीं हैं। वहीं खैरा, खोपैती, बरसम गांव में करीब तीन किलोमीटर सड़क की दयनीय स्थिति है. जिसमें दो से ढाई फिट का गड्ढा बना हुआ है इस रास्ते से लोगों को चलना मुश्किल हो गया है। बराबर एक्सीडेंट होती ही रहती है।
इस रास्ते से वाहन तो दूर की बात लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। बताते चलें कि हाल ही में इस सड़क को लेकर स्थानीय राजद MLC अजय कुमार सिंह ने भी सदन में आवाज उठाया है।
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