छौड़ाही ओपी क्षेत्र के सावंत पंचायत के मटिहानी,खराज,धुनिया टोल एवं बखड्डा गांव निवासी स्वर्णलता देवी, शहनाज खातून, रीता देवी, रेखा देवी, चांदनी देवी, ललिता देवी, शोभा देवी, प्रेमलता देवी ,संजू देवी, मुन्नी देवी समेत 200 से ज्यादा महिलाओं का कहना था कि छौड़ाही ओपी क्षेत्र के बखड्डा निवासी आरोपित मोहम्मद मसूदआलम, मोहम्मद मंंसूर आलम एवं मोहम्मद छोटू उर्फ कपड़ा दुकानदार सावंत पंचायत में महिलाओं का समूह बनाकर उत्कर्ष बैंक, फीन केरी, इंडेक्सेशन बैंक आदि समूह ऋण देने वाले बैंक के माध्यम से 210 से ज्यादा महिलाओं को एक एक ऋण दिलवाया था। लगभग सभी महिलाओं ने उक्त ऋण चुकता कर दिया है कुछ महिला के पास एक या दो किस्त बाकी है।
पिछले महीने से आरोपित जनगणना कर महिलाओं को और ज्यादा ऋण दिलवाने की बात कह कागजात पर हस्ताक्षर एवं अंगूठे का निशान करवा रहा था। वही मोबाइल फोन पर भी हम महिलाओं के बदले खुद ही बैंक अधिकारी से बात करता था एवं ओटीपी भी शेयर करता था। फिर बुधवार 22 जून 22 को तीनों आरोपित गांव से गायब हो गए।
पंचायती में मौजूद इन बैंकों के प्रतिनिधि पप्पू कुमार,रवि कुमार,मुकेश कुमार, विजय कुमार ने ऋण स्वीकृति एवं निकासी में धोखाधड़ी होने की बात पंचायती में स्वीकार की एवं सारा दोष मामले के नामजद आरोपित पर मढ़ दिया। पंचायत में मौजूद प्रखंड प्रमुख सतीश कुमार कुशवाहा, मुखिया काजल देवी, वार्ड सदस्य शैलेन्द्र कुमार, पवन चौरसिया, डब्लु आलम, सोनु कुमार, सरपंच रामाश्रय चौरसिया, पंच ओम प्रकाश चौरसिया, पंकज राम, नितीश कुमार का कहना था कि बैंक एवं हग कर फरार होने वाले दोनो की गलती है। इसमें महिलाओं को परेशान नहीं किया जाना चाहिए इसके बाद बैंक प्रतिनिधियों ने किस वसूली पर तत्काल रोक लगाने का आश्वासन दिया।