धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया :- पिछले एक दशकों से हर पहलुओं और क्षेत्रों में सामाजिक कार्य के लिए निरंतर कार्यरत ट्रस्ट सिद्धार्थ कम्पैशन द्वारा इस भीषण गर्मी में एक उम्दा पहल के जरिये जिस गाँव के लोग शराब करेंगे बंद उन्हें चापाकल मिलेगा हर-दम!
गर्मी आते ही हर जगह पानी की मांग बढ़ जाती है । इसी समस्या के सामाधान की आपूर्ति में सामाजिक कार्यकर्ता शह ट्रस्ट सचिव विवेक कु कल्याण संकल्प ले रखा है। इसी कड़ी को मजबूत करते हुए दलित टोले, अतिपिछड़ा वर्ग व अन्य ग्रामीण समेत जरूरतमंद जो पानी की समस्या को लेकर हताश है उदास है । गर्मी बढ़ते ही कई जगहों पर जलस्तर नीचे चला गया जिससे पेयजल संकट गहराया। इन्ही समस्याओं को अवसर में बदलने हेतु ट्रस्ट सचिव द्वारा ऐसे जगहों को चिन्हित किया जा रहा है जहाँ के लोग शराब को लेकर पूरी तरह सजग और मुक्त हैं।
ऐसे में ग्रामीणों का कहना है कि अनेक जगह सरकारी चापाकल अभी भी खराब है। जबकि विभागीय अधिकारी ज्यादातर जगहों पर चापाकल की मरम्मत कर दिए जाने का दावा कर रहे हैं।
इसी आलेख में ट्रस्ट सचिव को सूचना मिलते ही स्वयं प्रत्यक्ष रूप से अपने दल के साथ चिन्हित जगहों पर पहुँचकर चापाकल लगाने के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। इसके साथ ही दलित टोले, गरीब तब्के व अतिपिछड़ा वर्ग के टीकारी क्षेत्र स्तिथ गाँव जिसमें लाऊ, चिरैली,सुंदरपुर, टिकारी व मुशहर टोला में रह रहे ग्रामीणों व लोगों के बीच विवेक कल्याण की गुहार में वियतमानमी दान दाता सिस्टर ब्लूलोट्स व अमेरिकन बुद्धिष्ट कम्युनिटी द्वारा चापाकल उपहार स्वरूप दिया गया है। जिसमें ट्रस्ट सचिव द्वारा चापाकल लगवाने के साथ ही उन्हें नशा-मुक्ति को लेकर शपथ बद्ध किया जा रहा है। जिसमे ट्रस्ट सचिव श्री विवेक कल्याण का कहना है- मध-सेवन से लोगों का पैसा,घर परिवार और सेहत के साथ सामाजिक स्तर पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। शराब के कारण हर-दिन गृह-क्लेश होता है जिसमें बच्चों और महिलाओं को तरह-तरह की यातनाएं झेलनी पड़ती है। इसी के आवाह्न में संस्था विगत कई वर्षों से समाज के हर विकट स्थिति को अवसर में समाहित कर कार्य कर रही है और आगे भी निरन्तर करते रहेगी।