इसी का नतीजा था कि दुश्मन न छल से उनकी आँखें फोड डाली। मगर अंधा रहते हुए भी दुश्मन का अन्त कर दिया। पृथ्वीराज चौहान दिल्ली की गद्दी पर बैठने बाले अंतिम हिन्दू शासक थे। उनके आदर्श पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सवर्ण मोर्चा के जिला संयोजक किशोरी प्रसाद सिंह ने कहा कि हमारे पूर्वज पृथ्वीराज चौहान के नाम और संस्कार के प्रति भेदभाव हमें स्वीकार नहीं। जिन्होंने हमारे सनातन धर्म की रक्षा के लिए सदैव दुश्मनों के दाँत खट्टे करते रहे,इनके कृति से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। मौके पर राजन सिंह प्राचार्य एमएसकेजी कालेज, समस्तीपुर,पूर्व प्राचार्य रमेश झा,चन्द्र भूषण सिंह,सुधाकर सिंह, अर्जुन प्रसाद सिंह,प्रेम कुमार सिंह,शत्रुघ्न नारायण सिंह,भूषण झा,सुदर्शन झा,सोना कुमार सिंह,राघवेंद्र नारायण सिंह,बिपुल कुमार,सुरेश सिंह,रजनी वर्मा,मनोज कुमार सिंह, जगतारण देवी, जगरनाथ कुंवर,संत कुमार झा,कृष्ण कांत झा आदि थे।