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काली मंदिर की जमीन पर कब्जा कर घर बनाने को लेकर ऐजनी गांव में तनाव।

विनोद शर्मा की रिपोर्ट।

छौड़ाही (बेगूसराय) : छौड़ाही ओपी क्षेत्र के ऐजनी गांव स्थित सार्वजनिक काली मंदिर के जमीन पर दूसरे समुदाय के व्यक्ति द्वारा दबंगई दिखाते हुए अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य कराए जाने को ले गांव में दो समुदाय के लोगों के बीच काफी तनाव व्याप्त हो गया। ग्रामीण अभिलंब काली माता के प्रांगण को मुक्त कराने की मांग कर रहे हैं । अंचलाधिकारी छौड़ाही ने मामले को संवेदनशील बताते हुए कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। इस संदर्भ में छौड़ाही अंचलाधिकारी को जमीन के साक्ष्य के साथ दिए गए आवेदन मे ऐजनी गांव निवासी  राम शंकर साहू, दिनेश्वर पंडित, राजीव यादव, राम विनोद पासवान, भावेश कुमार, राम कुमार, हेमंत कुमार, ललित कुमार, पप्पू कुमार, दिनेश कुमार समेत सैकड़ों ग्रामीणों ने कहा है कि वर्ष 1992 मे भूमि दाता ने खाता संख्या 125 खेसरा 1672,1674,रकबा 0-3-4-0 तीन कट्ठा चार धूर काली माता के नाम पर जमीन दान में दी थी। जिस पर 1992 ईस्वी में ही काली मंदिर का निर्माण कर माता काली की प्रतिमा स्थापित कर ऐजनी निवासी सीतो चौधरी सेवायत के नेतृत्व मे पूजा पाठ प्रारंभ हो गई। तब से कोई दिक्कत नहीं था।

 

ग्रामीणों एवं मंदिर कमेटी के लोगों ने बताया कि उक्त जमीन पर ऐजनी निवासी मोहम्मद मोनीम,मोहम्मद अनीस, मोहम्मद आफताब आलम फर्जी कागजात तैयार करवा कर अवैध रूप से सार्वजनिक काली मंदिर ऐजनी पुरब टोल की जमीन पर कब्जा कर लिया है। कुछ दिन पूर्व अतिक्रमणकारियों ने उक्त जमीन पर भवन निर्माण प्रारंभ करवा दिया। जिससे काली माता के भक्तों में रोष व्याप्त हो गया। तत्काल तमाम ग्रामीणों ने साक्ष्य देकर अवैध निर्माण हटाने की अपील की थी। परंतु काली माता के जमीन पर कार्रवाई नहीं होने के कारण अतिक्रमण कारी द्वारा निर्माण कार्य जारी है।

ग्रामीणों का कहना था कि कागजात के हिसाब से जमीन काली माता के नाम है। प्रशासन जल्द से जल्द जमीन खाली करवा काली माता को अतिक्रमण मुक्त करें।

दूसरी तरफ मोहम्मद मुनीम ,अनीस आदि का कहना है कि उन लोगों ने केवाला के माध्यम से जमीन ली है।

कहते हैं अंचलाधिकारी : इस संदर्भ में बात करने पर छौड़ाही अंचलाधिकारी विजय प्रकाश ने बताया कि उक्त जमीन से संबंधित आवेदन प्राप्त हुआ था। जनता दरबार के माध्यम से मामले को निष्पादित करने का प्रयास किया गया था। सफलता नहीं मिली। मामला अति संवेदनशील प्रवृत्ति का है । उक्त जमीन पर किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।आज ही मामले को जिला अधिकारी महोदय के जनता दरबार में अग्रसारित कर दिया गया है। जल्द ही मामले का समाधान हो जाएगा ।दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।

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