चंदन कुमार रिपोर्टर :-
कानपुर :- जिस प्रकार से इंसान अन्न की बर्बादी कर रहा है पेस्टिसाइड यूरिया के चलते खेती की उर्वरा शक्ति खत्म होती जा रही है भूजल समाप्त हो रहा है गंभीरतम स्तर पर वायु प्रदूषण बढ़ रहा है नशाखोरी चरम पर पहुंच चुकी है नित दिन होता वनों जंगलों का क्षय और बढ़ता कंक्रीटडाइजेशन आदि इन हालातों में अगले 27 सालों में दुनिया का सारा अनाज खत्म हो जाएगा उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में वंदना वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के तहत खाद्य सुरक्षा जीवन रक्षा मंत्र के अंतर्गत अन्न बर्बादी करने वालों का करो बहिष्कार आपको नमस्कार कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कहीं।
ज्योति बाबा ने आगे कहा कि 27 साल 251 दिन में पूरी दुनिया से खाना खत्म हो जाएगा क्योंकि अगले 27 सालों में दुनिया की आबादी 1000 करोड़ बढ़ जाएगी और उसी प्रकार अन्न की डिमांड 2017 की तुलना में 70% से ज्यादा हो जाएगी अगले 40 सालों में इंसान को उतना खाना पैदा करना पड़ेगा जितना पिछले 8000 सालों में इंसान ने नहीं पैदा किया है ज्योति बाबा ने बताया कि तब हमें धरती वासियों के खाने की मांग पूरी करने हेतु दो धरती की जरूरत पड़ेगी मक्के के बदले मीट प्रोडक्शन में 75 गुना ज्यादा ऊर्जा खर्च करनी होगी इसीलिए 2050 तक ज्यादातर लोग शाकाहारी हो जाएंगे।
वंदना सिंह सोलंकी ने कहा की अभी शादियों का दौर चल रहा है हमें प्लेट में उतना ही भोजन लेना चाहिए जितना हम खा सकें ताकि अन्न की बर्बादी से बचा सके और वह किसी भूखे आदमी को पेट भरने के काम आ सके प्रदेश उपाध्यक्ष अंजू सिंह ने कहा कि जिस देश में आधी आबादी को भरपेट भोजन नहीं मिल पाता हो उसी देश में एक तिहाई अनाज की बर्बादी होना हमारे मानसिक दिवालियापन की परिचायक से ज्यादा और कुछ नहीं है अंत में आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में अन्न की बर्बादी को रोकने हेतु ज्योति बाबा ने संकल्प कराया l
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