धीरज गुप्ता की रिपोर्ट।
साथ ही गया के सांसद विजय कुमार एवं बिहार के पूर्व मंत्री प्रेम कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। मेले की शुरुआत सभी माननियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद उपेन्द्र महारथी संस्थान के निदेशक आलोक कुमार ने स्वागत संबोधन देते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया और समारोह की शुरुआत की।
इस हस्तशिल्प-सह प्रदर्शनी मेला में 75 स्टॉल लगाए गए हैं जिसमें हैंडलूम, आर्टिफिसियल जूलरी, चर्म शिल्प, लाह-चूड़ी शिल्प, मधुबनी पेंटिंग, काष्ठ कला, जूट शिल्प, सिक्की कला, एपलिक कला, टेराकोटा, सुजनी शिल्प, पाषाण शिल्प, मंजूषा शिल्प के उत्पाद प्रदर्शनी और खरीदारी के लिए उपलब्ध हैं। इसके अलावा जिलावासियों को चार शिल्पकला के जीवंत प्रस्तुति को देखने का अवसर भी मिलेगा। जिसमें काष्ठ कला, सिक्की कला, मधुबनी पेंटिंग, पाषाण शिल्प में जीवंत प्रस्तुति को दिखाया जाएगा। इस जीवंत कला की छटा देखने लायक है। इस जीवंत प्रदर्शनी को आकर्षक झोपड़ी के बीच देखा जा सकता है।
उद्घाटन समारोह में त्याग राजन, जिला पदाधिकारी, पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह उर्फ कुमार वाबू, गया, ज्योती देवी,विधायिका, मंजु अग्रवाल, विधायिका, विधायक कुमार सर्वजीत, विधायक विनय कुमार, विधायक अनिल कुमार, विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव, विधायक अजय यादव, विधायक बीरेंद्र सिंह, बिहार विधान परिषद के सदस्य कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव, एवं अन्य गणमान्य अतिथि इस उद्घाटन समारोह में उपस्थित हुए। इसके अलावा गया जिले के सभी विधायक गण, विधान परिषद के सदस्य एवं अन्य गणमान्य भी शामिल हुए।