जल जीवन हरियाली अभियान से मिला गया जिला को राष्ट्रीय पहचान
Nisha Singh
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया मंगलवार को गया जिलाधिकारी डा त्यागराजन एस एस को दिल्ली के विझान भवन मे गया जिला को नेशन वाटर आवार्ड से राष्ट्रपति द्वारा आज गया जिला को नेशनल वाटर अवार्ड से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित होने से ,आज का दिन पूरे गया जिला के लिए गौरव का दिन है।
गया जिला के नीमचक बथानी प्रखंड केतेलोरी पंचायत जो जिला से 42 किलोमीटर मे अवस्थित है इस पहाड़ी एवं सूखा क्षेत्र होने के कारण, इस ग्राम पंचायत में जल संरचना की उपलब्धि एक कठिन प्रक्रिया से होकर गुजरी है। जिलाधिकारी ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत लगभग 10 महीने के समय में इस परियोजना का निर्माण पूर्ण किया गया है। इस परियोजना के द्वारा लगभग 95 एकड़ पहाड़ पर होने वाली वर्षा जल के संचयन, भूगर्भ जल को समृद्ध करने एवं हरित आवरण को विस्तारित करने की जो उपलब्धि हासिल की गई है आज वह पूरे भारत में एक क्रांतिकारी उपलब्धि के रूप में चिन्हित किया गया है जो बिहार ही नहीं पूरे भारत के लिए एक मिसाल है।
आज इसी क्रम मे ग्रामीण विकास विभाग, नई दिल्ली, भारत द्वारा भी इस परियोजना को विशेष पहचान मिली है। इस परियोजना में मुख्य रूप से जल निकासी सारणी, जल संरचना टैंक, रिचार्ज बोरवेल, रि-यूज़ वाटर टैंक, रूफटॉप वाटर हार्वेस्टिंग, तालाब की खुदाई, पौधारोपण, चेक डैम निर्माण सहित अन्य अव्यव शामिल है।इस परियोजना की उपलब्धियों में मुख्य रूप से भूगर्भ जल स्तर में लगभग 22 फ़ीट का वृद्धि हुआ है जिससे काफी लाभदायक है। इस पंचायत के आने वाले सभी चापाकल एवं बोरिंग जो भीषण गर्मी में सक्रिय रूप से कार्य किया है। जल की हर एक बूंद का संचयन, निष्पादन एवं विस्तारण हुआ है। हरित आवरण का विकास काफी प्रभावशाली रूप में हुआ है। गया जिले के इस सिमापर्वती क्षेत्रों में पूरे वर्ष भर खेती हेतु जल की उपलब्धता रह रही है। इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन से यह सुनिश्चित किया गया है कि ऐसी परियोजना किसी भी पहाड़ी एवं सूखा क्षेत्र में क्रियान्वित कर उस क्षेत्र का विकास किया जा सकता है आगे भविष्य में विषमताओं को खत्म अथवा कम किया जा सकता है।
आगेजिला पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री, बिहार के नेतृत्व में संचालित जल जीवन हरियाली अभियान काफी लाभदायक सिद्ध हुआ है। जल जीवन हरियाली योजना आने से गया जिला में सुखाड़ और पानी की समस्या को काफी हद तक दूर किया गया है। जल जीवन हरियाली योजना के कारण ही पूरे गया जिला में भूगर्भ जल स्तर में काफी सुधार आया है। जल जीवन हरियाली योजना के द्वारा गया जिले में 80 लाख 69 हजार पौधारोपण हुआ है अभी तक कुल 3,642 सार्वजनिक जल संरचनाओं तालाब, पोखर, आहार, पइन का जीर्णोद्धार किया गया हैं। कुल 532 सार्वजनिक कुओ का जीर्णोद्धार कार्य किया गया हैं। सार्वजनिक कुआं चापाकल के समीप 5326 सोख्ता संरचना निर्माण किया गया है। छोटी-छोटी नदियों नालों और पहाड़ी क्षेत्रों के जल संग्रहण हेतु 200 संरचनाओं का निर्माण किया गया है। जल की कमी वाले क्षेत्रों में नए जल स्रोतों का 440 संरचना सृजित किया गया है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग हेतु 416 संरचना का निर्माण किया गया है एवं सौर ऊर्जा का उपयोग और ऊर्जा की बचत हेतु 39 संस्थानों में सौर ऊर्जा प्लांट संस्थापित किया गया है।इस सम्मान समारोह में जिला पदाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त, गया सुमन कुमार, तत्कालीन कार्यक्रम पदाधिकारी, नीमचक बथानी नीरज त्रिवेदी शामिल थे।