गया मंगलवार को बिहार का 110वां स्थापना दिवस एव बिहार दिवस समारोह पर आज गया मे भी उत्सवी माहौल में मनाया गया है। आज बिहार दिवस समारोह के अवसर पर सबसे पहले सुबह गया के टावर चौक से गांधी मैदान गया स्टेडियम तक मैराथन फ़ॉर बिहार का आयोजन जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम के नेतृत्व में किया गया है इस मैराथन फार बिहार के कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाकर टावर चौकसे जिला पदाधिकारी ने रवाना किया गया है जो टावर चौक से शुरू होकर गांधी मैदान स्टेडियम में जाकर समाप्त हुआ है। इस कार्यक्रम में जीविका दीदी, स्काउट एंड गाइड, गया के विभिन्न सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राएं की अच्छी भागीदारी देखी गयी है । इस अवसर पर सभी छात्र छात्राओं, स्काउट एंड गाइड के बच्चे, जीविका के दीदियों सहित अन्य लोगों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दी जिलाधिकारी ने।
वही जिला पदाधिकारी ने गांधी मैदान में उपस्थित गया जिला के सभी पदाधिकारियों, छात्र छात्राओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि बिहार दिवस के अवसर पर लोगों को संदेश दिया जा रहा है कि बिहार के गौरवशाली इतिहास को बनाए रखते हुए संकल्प ले कि सभी प्रकार से गया जिला को पूरे बिहार में अव्वल रखगे।गया जिला पूरे बिहार में संरचनाओं का विकास हो रही है।इसके साथ ही विभिन्न वार्डों में योजनाएं का निरंतर विकास किया जा रहा है।
गया जिला बिहार मे अपनी ऐतिहासिक, आध्यात्मिक एवं मोक्ष प्रदाता के रूप में जाना जाता है। बिहार राज्य ने सामाजिक,धार्मिक एवं सांस्कृतिक तिनो कि स्थापित कर मानवता को प्रकाशित किया है। गया जिला बिहार मे ऐसी धरती है जो दिखाता है कि एक अकेला इंसान पहाड़ को काटकर सुगम रास्ता बना सकता है।आज के तिथी मे पानी की समस्या भी खत्म हो रही है जल जीवन हरियाली योजना के द्वारा। पूर्व में ग्राउंड वाटर लेवल की जितनी समस्या वर्ष 2019 में औसत भूजल स्तर 40 फीट के आसपास थावह आज की तिथि में काफी ऊपर है।
गया मे आने वाले दिनों में बहुत जल्द ही वंडर ऐप लॉन्च किया जाएगा,गया मे मातृत्व मृत्यु दर को काफी कम किया जा सकता है।इसके साथ ही बच्चों को हियरिंग लॉस के स्क्रीनिंग के लिए श्रवण श्रुति योजना कार्यक्रम लगातार चलाया जा रहा है आज के दिन मे लगभग 4500 बच्चों को जांच किया गया है इसमे से 25-26 हियरिंग लॉस बच्चे पाए गए हैं। इन सभी को बेहतर इलाज जिला प्रशासन द्वारा कराया जा रहा है। गया मे गंगाजल को लाने का कार्य बहुत तेजी से किया जा रहा है। इस साल गंगा का पानी गया लाया जाएगा,गया के साथ बोधगया में गंगा का पानी पेयजल के रूप में दिया जाएगा।यह कार्य तेजी से कार्य हो रहा है। आगे जिलाधिकारी ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला के दौरान फल्गु नदी में सालों भर पानी रखने के लिए फल्गु में रबर डैम बनाया जा रहा है जो कार्य तेजी से किया जा रहा है। रबर डैम के माध्यम से फल्गु नदी में हर समय कम से कम 3 फीट पानी उपलब्ध रहेगी।
गया मे सारे विकास के काम शहर, ग्रामीण इलाकों में हो रहा है। गया जिला में जिस प्रकार नीरा उत्पादन के लिए लोगों को नीरा सेवन के लिए जागरूक किया जा रहा है।इसका उपयोग से ताडी मुक्त कराने का एक प्रयास हैं नीरा बिल्कुल ही पौष्टिक एवं स्वादिष्ट है नीरा उत्पादक समूह को एक वैकल्पिक रोजगार दिया जा रहा है।जिसे जीविका के माध्यम से लोगों को जागरूक करते हुए ट्रेनिंग देकर नीरा उत्पादन में जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। गया मे आने वाले तिन महीनों में ज्यादा से ज्यादा नीरा उत्पादन का कार्य किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि गांधी मैदान में लगे नीरा काउंटर पर जाकर जरूर नीरा ग्रहण करें। जो मनुष्य नीरा काफी फायदेमंद पेय पदार्थ है।
इस अवसर पर जिले के युवा पीढ़ी से जिलाधिकारी ने अपील किया है कि जिले के गौरवशाली इतिहास को बनाकर रखें और इसे अधिक नए रूप में स्थापित करें।गया जिलावासी इसी प्रकार प्रेम, सद्भाव एवं एकता का उदाहरण प्रस्तुत कर बिहार मे इस जिले के साथ साथ बिहार को विकसित करने में अपना योगदान दें। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त सुमन कुमार, अपर समाहर्त्ता मनोज कुमार, ज़िला शिक्षा पदाधिकारी, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्त्तागण सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी शामिल थे।
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