बलवंत चौधरी ( सबकी आठों पहर न्यूज रूम)
* शिकारमाही पर पुलिस रोक और प्राथमिकी दर्ज नही करने को लेकर एसपी कार्यालय के सामने मछुआरे बैठे थे भूख हड़ताल पर।
दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि इस बात को लेकर मुंगेर प्रक्षेत्र के उप मत्स्य निदेशक द्वारा चार माह पहले ही दो दो बार जांच व कार्रवाई हेतु बैंक से आग्रह किया गया। उपनिदेशक ने बैंक शाखा प्रबंधक को भेजे पत्र में कहा था कि यह विषय वस्तु बैंक में हुए गंभीर प्रकृति का अनियमितता परलक्षित होता है। समिति के द्वारा सूचना देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई बैंक के स्तर से नहीं की गई। जिसके कारण समिति को हानि हो रही है। साथ ही सरकार को मिलने वाला राजस्व अप्राप्त है। बावजूद दी सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक शाखा मंझौल द्वारा समिति के अध्यक्ष अरुण सहनी से दूसरा चेक बुक निर्गत करवाने के संबंध में कारण पृक्षा किए जाने के अलावे किसी तरह की जांच व कार्रवाई नहीं की गई। इससे बैंक प्रबंधन द्वारा समिति के अध्यक्ष अरुण सहनी के मिलीभगत से धोखाधड़ी व गबन करना परिलक्षित हो रहा है। इससे समिति के साथ-साथ सरकार के राजस्व की भी काफी हानि हुई है।
एसपी ने दिया सुरक्षा का भरोसा : शुक्रवार को भूख हड़ताल पर बैठे मछुआरों से पुलिस अधीक्षक ने बातचीत की एवं सुरक्षा का भरोसा दिया। इसके बाद डीएसपी मंझौल ने मछुआरों को कहा कि मंझौल ओपी में गबन एवं धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज हो गई है। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा पट्टाधारकों की सूची मिलते ही उनको शिकारमाही हेतु सुरक्षा दी जाएगी। इसके बाद भूख हड़ताल पर बैठ मत्स्य सहयोग समिति के नेता कैलाश सहनी, बिंदेश्वरी सहनी, रामपुकार सहनी, शिवजी सहनी, राजा कुमार सहनी, लवकुश सहनी एवं युगल सहनी को जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त कराया गया। इस मौके पर जल श्रमिक संघ के महासचिव रामबालक सहनी, सचिव अनिरुद्ध सहनी, मत्स्य जीवी सहयोग समिति लिमिटेड खोदावंदपुर के सचिव चंद्रदेव सहनी, बलिया प्रखंड सचिव गणेश सहनी, मटिहानी प्रखंड सचिव अवधकिशोर सहनी भी मौजूद थे।