प्रखंड मुख्यालय अवस्थित बेलदौर बुनियाद केंद्र में महिला दिवस पर महिला सशक्तिकरण आयोजन किया गया। जिसमें बुनियाद केंद्र के प्रबंधक अमानुल्लाह अतहर अपने कर्मी के साथ महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और महिलाओं के सशक्तिकरण पर विचार एवं विमर्श किया गया और सलाह दिया गया। सबसे पहले बुनियाद केन्द्र के प्रबंधक ने संबोधन किया। वही महिलाओं ने भी संबोधन किया। बुनियाद केंद्र प्रबंधक के द्वारा समाज में उनके अधिकारों एवं मूल्यों के बारे में विस्तार से भी चर्चा की गई। महिला सशक्तिकरण मुख्य रूप से महिलाओं को स्वतंत्र बनाने की प्रथा एवं संदर्भित करता है ताकि स्वयं निर्णय ले सके तथा साथ ही अपने जीवन को संभाल सके समाज में उनके अधिकारों एवं मूल्यों को मारने वाली सोच को मारना जरूरी है। जैसे दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, वेश्यावृत्ति, मानव तस्करी इत्यादि राष्ट्र के विकास में महिलाओं का महत्व और अधिकार के बारे में समाज में जागरूकता लाने के लिए मातृ दिवस राष्ट्रीय महिला दिवस आदि जैसे कई सारे कार्यक्रम सरकार के द्वारा चलाए जा रहे हैं एवं महिलाओं को कई क्षेत्र में विकास की जरूरत है ।
वही स्त्री को सिरजन की शक्ति माना जाता है, अर्थात स्त्री से ही मानव जाति का अस्तित्व माना गया है विकसित परिस्कृति उसे सामाजिक आर्थिक राजनीतिक न्याय विचार एवं विश्वास धर्म और उपासना की स्वतंत्रता का अवसर की समानता का शुभ अवसर प्रदान करना ही नारी सशक्तिकरण का अशय है महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है।ताकि ने रोजगार, शिक्षा ,आर्थिक तरक्की के बराबर के मौका मिल सके। जिससे व सामाजिक स्वतंत्रता और तरक्की प्राप्त कर सके महिलाएं भी पुरुषों की तरह अपनी हर आकांक्षाओं को पूरा कर सके महिला सशक्तिकरण को इस प्रकार परिभाषित किया जा सके। इससे महिलाओं में इससे सशक्तिकरण का प्रवाह होता है। जिससे वह अपने जीवन से जुड़े हर फैसले स्वयं से स्वतंत्र रूप से ले सकती है और अपने परिवार एवं समाज में अच्छे से रह सके समाज में उनके वास्तविक अधिकार को प्राप्त करने के लिए इन्हें सक्षम बनाना ही महिलाओं का सशक्तिकरण है साथ ही बुनियाद केंद्र से मिलने वाली तमाम सुविधाओं की भी जानकारी दी गई। मौके पर पंकज कुमार, राजीव कुमार, कृष्ण कुमार, आप्थाल्मिक सोनू कुमार, अभय कुमार, रेखा कुमारी, उर्मिला कुमारी, राखी कुमारी, बेबी कुमारी समेत दर्जनों महिलाएं मौजूद थी।