बेलदौर नगर पंचायत अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय शेरवासा के विघालय बंद रहने से पोषक क्षेत्र मे पढने वाले छात्र-छात्रा शिक्षा से वंचित हो रहे है।जहाँ बिहार सरकार बच्चों के पठन पाठन पर लाखों रुपये खर्च करती है।विघालय के शिक्षक शिक्षिकाएं विघालय आकर उपस्थित पंजी मे अपना उपस्थित दर्ज करके विघालय मे ताला बंद कर गायब हो जाते है।सिर्फ शिक्षक शिक्षिका अपनी मानदेय बढ़ाने के लिए कभी भूख हड़ताल कभी आंदोलन करते हैं। लेकिन जो शिक्षा बांटने का काम होता है वह शिक्षक का विद्यालय में शिक्षा बांटने काम नहीं कर रहे हैं। मालूम हो कि जब मीडिया टीम विद्यालय शनिवार के दिन के 12 बजे पहुंचे तो विद्यालय में ताला लटका हुआ था। जबकि उक्त विद्यालय में कई शिक्षक एवं टोला सेवक कार्यरत है।
वही इस संबंध में विद्यालय बंद होने की जानकारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार त्रिवेदी को दी तो उन्होंने बताया कि उक्त विद्यालय के सभी कर्मी का वेतन बंद कर दिया जाएगा औरों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। सिर्फ स्पष्टीकरण एवं वेतन बंद होने से विद्यालय में शिक्षकों की उपस्थिति नहीं मिलेगी जब तक ऐसे शिक्षकों को विद्यालय से बर्खास्त नहीं किया जाएगा तब तक विद्यालय का यही लचर पचर व्यवस्था रहेगा।