प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय भैंसा डीह के परिसर में सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया है। लेकिन शौचालय निर्माण में कार्य एजेंसी के द्वारा घोर अनियमितता बरती गई है। यहां तक कि स्थानीय पदाधिकारी उक्त मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
मालूम हो कि कार्य एजेंसी के नकारात्मक रवैया के कारण शौचालय निर्माण में दो से तीन नंबर का ईंट धड़ल्ले से प्रयोग किया गया है। वही घटिया किस्म के बालू व सीमेंट का भी उपयोग किया गया। उनके घटिया निर्माण कार्य को देखकर ग्रामीण वार्ड नंबर 6 के पूर्व वार्ड सदस्य राजेंद्र चौधरी, मुकेश शर्मा, भूटो शर्मा, महेश्वर शर्मा समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि शौचालय निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है। वहीं शौचालय का आधा अधूरा छत ढाला गया, शौचालय रूम में टाइल्स भी नहीं लगाया गया है और मुंह हाथ धोने वाले बेसिन भी नहीं लगाया गया है। वही बाथरूम में जाने वाले रास्ता मैं छोटा सीढ़ी बनाकर अपना फॉर्म लेटीवी निभाया है।
शौचालय के बाहर करीब 20 मीटर चौड़ाई और लंबाई मैं फाइबर ब्लॉक ईट का अभाव के कारण जमीन तक नहीं बनाया है। वही दीवार का प्लास्टर हाथ से छूने पर झरने लगता है। वही कार्य एजेंसी स्कूल का ही चापाकल का उपयोग किया है शौचालय के बाहर बने टंकी को मिट्टी से नहीं ढाका गया है जो भविष्य में काफी परेशानी हो सकती है। वही कार्य की प्रकालित राशि करीब 3 लाख बताई जा रही है और कार्य के अभिकर्ता पंचायत सेवक विजय तांती के पुत्र के द्वारा निर्माण किया गया है। वही ग्रामीणों की माने तो उक्त पंचायत सेवक के द्वारा जहां-जहां सरकारी कार्य किया गया है सभी कार्य में घोर अनियमितता बरती गई है।