शनिवार को स्थानीय अंचला अधिकारी सुबोध कुमार एवं एएसआई राजीव कुमार अपने दल बल के साथ एन एच 107 से सटे झुग्गी झोपड़ी को जेसीबी मशीन से हटाने के लिए गए तो ग्रामीणों ने हटाने से इनकार कर दिया। मालूम हो कि महेशखुट से लेकर सहरसा तक एनएच 107 चौड़ीकरण होने से दौरान दर्जनों ग्रामीण का घर एनएच 107 से सटे बेधर तथा भूखमरी होने के कगार पर पहुंच गए हैं। जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं ग्रामीण उपेंद्र साह, गोपाल साह, नाथो साह, विपिन साह समेत दर्जनों ग्रामीणों का कहना है कि बीच एनएच 107 सड़क से 40 फीट दोनों साइड लिया जाय तो कई ग्रामीणों का आशियाना उजड़ने से बच सकता है।
वहीं प्रशासन के द्वारा दक्षिण साइड 60 फीट बीच सड़क से लिया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों की बात को अंचलाधिकारी नजर अंदाज करते हुए दक्षिण साइड बने घर को तोड़े जाने से ग्रामीणों में आक्रोश भरा पड़ा है। साथ ग्रामीणों का कहना है कि हम लोगों का निजी जमीन उक्त पथ में चला जा रहा है। वही पक्के मकान भी तोड़े जा रहे हैं पथ निर्माण विभाग की ओर से हम लोगों को कोई मुआवजा नहीं मिला है, ना ही कोई नोटिस दिया गया है। इसी दौरान घर हटाने के दौरान पुलिस के द्वारा 8 वर्षीय गोपाल साह के पुत्र सोनू कुमार एवं 9 वर्षीय चंदन कुमार को एक चाटा देने से उक्त बालक के मुंह से खून निकलने लगा, जिस कारण ग्रामीण समेत पुलिस बल में झड़प हो गई। वहीं किसी तरह ग्रामीणों को मीडिया कर्मी के द्वारा समझा-बुझाकर मामले को शांत करवाया। नहीं तो बड़ी अप्रिय घटना घट सकती थी।
वही आंचलाधिकारी ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के दिशा निर्देश पर शनिवार को जेसीबी मशीन को लेकर पहुंचे, जहां दर्जनों घर को हटाया गया। मालूम हो कि एनएच 107 का जमीन ग्रामीणों के द्वारा अतिक्रमण कर लिया था। उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए वरीय पदाधिकारी ने अतिक्रमण मुक्त कराने का आदेश दिया। ग्रामीणों का कहना है कि मेहनत करके अपना घर का निर्माण किया लेकिन मेरे आशियाने को अपने से तोड़ना पड़ रहा है। मौके पर बेलदौर थाना के राजीव कुमार, अंचल अमीन विजय कुमार समेत पुलिस बल मौजूद थे।
Leave a Reply