सुपौल विश्व एड्स दिवस के मौके पर बुधवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित सभागार भवन में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. इंद्रजीत प्रसाद, एसीएमओ डॉ. मिहिर वर्मा, डॉ. मेजर शशि भूषण प्रसाद ने संयुक्त रूप से किया। वक्ताओं ने कहा कि 400 पुरूष व 280 महिलाएं जिले में एड्स पॉजिटिव है। जिले में 91 जगहों पर मेगा हेल्थ कैंप लगाया जाएगा।
सीएस ने कहा कि एचआईवी संक्रमण के प्रति जागरूक करने के लिए 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे मनाया जाता है। एड्स ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस के संक्रमण के कारण होने वाला महामारी का रोग है। एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान की संक्रमण से लड़ने की शरीर की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है।
हालांकि इतने सालों बाद भी अबतक एड्स का कोई प्रभावी इलाज नहीं है। एचआईवी एक प्रकार के जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है। एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम है। यह एक तरह का विषाणु है, जिसका नाम एसआईवी ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस है। इस रोग में जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) पर हमला करता है। जिसकी वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में भी अक्षम होने लगता है। मौके पर डॉ. महेंद्र नारायण यादव, डीआईएस बीएन झा, रशिम कुमारी, चंदन कुमार, देवानंद गुप्ता, प्रेम कुमार, ममता कुमारी आदि मौजूद थी।