राजकमल कुमार की रिपोर्ट।
बेलदौर प्रखंड मुख्यालय अवस्थित प्राथमिक विद्यालय जमैया टोला के विद्यालय का स्थिति नारकीय स्थिति जहां बच्चों के सुंदर भविष्य बनाया जाता है उस विद्यालय का ऐसा स्थिति है कि बच्चे भी बांस के चचरी पुल पर से गिरकर बच्चे घायल भी हो गए हैं। मालूम हो कि प्रखंड मुख्यालय के आदर्श थाना एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सटे प्राथमिक विद्यालय जमैया टोला के विद्यालय के बच्चे बांस के चचरी के पुल पर हो कर पठन-पाठन कार्य करने को जाते हैं। यहां तक कि शिक्षा विभाग के बीइओ वेतन नजरअंदाज कर देते हैं ।
प्राथमिक विद्यालय जमैया टोला में कुल नामांकित छात्र-छात्राएं यह संख्या 168 है, जबकि उस विद्यालय में एक प्रधानाध्यापिका सरिता कुमारी सहित 3 शिक्षक बच्चों के पठन-पाठन कार्य में रहते हैं। वही मंगलवार को प्रथम वर्ग से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को एक सहायक शिक्षिका मनीषा कुमारी के भरोसे विद्यालय में बच्चों के पठन-पाठन कार्य किया जा रहा था । जबकि प्राथमिक विद्यालय जमैया टोला मैं प्रधानाध्यापिका सहित 3 शिक्षक स्कूल से गायब पाए गए जबकि बच्चों की उपस्थिति 14 नवंबर से 16 नवंबर तक किसी बच्चों की उपस्थिति नहीं बनी हुई थी। वही बिहार सरकार कहते हैं सब पढ़े सब लिखें एक सहायक शिक्षिका के ऊपर 168 बच्चों का भविष्य कैसे सुंदर होगा यह तो सोचने वाली बात है। जबकि जमैया टोला विद्यालय मे करीब 2 बजे मीडिया की टीम पहुंची तो तब तक बच्चे की उपस्थिति बच्चे की उपस्थिति पंजी में नहीं बनी पाई गई थी
वही बच्चों का आना जाना बांस के चचरी के पुल पर होता है जबकि नीचे पानी एवं ढेर सारी कीड़े मकोड़े का वास है। वहीं शिक्षक अपनी मानदेय बढ़ोतरी को लेकर धरने प्रदर्शन करते हैं। वैसे शिक्षक की मानदेय एवं धरने प्रदर्शन कर अपनी मानदेय बढ़ाते हैं। लेकिन बच्चों के ऊपर शिक्षा पर नहीं पड़ने के कारण बच्चों का भविष्य अंधेरे में दिन प्रतिदिन चला जा रहा है क्या यही है बिहार सरकार का विकास।