बेलदौर प्रखंड क्षेत्र में गोवर्धन पूजा बड़ी धूमधाम से पशुपालकों की द्वारा मनाया गया । मालूम हो कि धनतेरस एवं दीपावली से शुरुआत होती है। वही भाई दूज के दिन समाप्त होती है । वही गोवर्धन पूजा कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है हिंदू धर्म में इस त्यौहार का विशेष महत्व है। धर्म शास्त्रों के अनुसार श्री कृष्ण ने अपनी कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर गोकुल वासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाया था तभी से आज के दिन गोवर्धन पूजा की जाती है इतना ही नहीं गोवर्धन पर्वत पर नई फसल के उत्पाद जगह का श्री कृष्ण का पूजन किया जाता है पंच दिवसीय दीपावली में गोवर्धन का त्यौहार भी शामिल है। वही प्रखंड क्षेत्रों में पशुपालकों के द्वारा गाय को आरती की थाली में सिंदूर से महिलाओं के द्वारा गाय माता को टीका दिया जाता है।
वही उनके नए वस्त्र भी दिए जाते हैं जिससे पशुपालकों में इस तरह का खुशी का महापर्व मनाया जाता है। वही बुजुर्ग भी बताते हैं कि अन्नपूर्णा माता की भी पूजा की जाती है इस दिन 56 प्रकार के भोग बनाए जाते हैं घरों में गोबर से निपाई पुताई की जाती है। वही हिंदू धर्म में गाय को माता के रूप में माना जाता है।